अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पढ़ने वाले करीब 250 कश्मीरी छात्रों ने सोमवार को ईद अल-अधा के अवसर पर केंद्र द्वारा दिए गए लंच के निमंत्रण का बहिष्कार करने की घोषणा की है। कश्मीर घाटी के छात्रों ने भी कहा है कि वे परिसर में किसी भी तरह के उत्सव से दूर रहेंगे। लंच का आयोजन विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में किया जा रहा है।
Published: 12 Aug 2019, 1:59 PM IST
कश्मीरी छात्रों ने एक बयान में कहा है कि उनका निमंत्रण हताश करने वाला है, जो कि उनकी राजनीति का हिस्सा है और 'उनके घाव पर नमक रगड़ने' जैसा है। उन्होंने आगे कहा, “हम इसे 5 अगस्त को संसद में की गई दिल्ली की तानाशाही और नाटक को अस्वीकार करने के अवसर के रूप में ले रहे हैं।”हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ईद के त्योहार के आयोजन के लिए सभी पदस्थ संपर्क अधिकारियों को 1-1 लाख रुपये की राशि दी थी।
Published: 12 Aug 2019, 1:59 PM IST
एएमयू के कश्मीरी छात्रों के अनुसार, मलिक के मन में उनके प्रति कोई सहानुभूति नहीं है और यह ईद का निमंत्रण और दिए गए 1 लाख रुपये भारत सरकार द्वारा अपनाए गए अलोकतांत्रिक तरीके के लिए उनकी (कश्मीरी छात्र) सहमति को खरीदने के लिए है। एक बयान के अनुसार, “इस निमंत्रण को स्वीकार करना हमारे माता-पिता के साहस का अपमान करने जैसा होगा, जो जम्मू एवं कश्मीर में बड़े पैमाने पर सैन्यीकरण का दबाव झेल रहे हैं।”
Published: 12 Aug 2019, 1:59 PM IST
एक वरिष्ठ कश्मीरी छात्र का कहना है कि इससे पहले तो सरकार ने पिछले पांच वर्षों में उनके लिए ऐसी कोई विशेष बैठक आयोजित नहीं की थी। छात्र ने कहा, “अचानक से उन्होंने कश्मीरियों के प्रति सहानुभुति दिखाना शुरू कर दिया।”
वहीं, एएमयू के प्रवक्ता शफी किदवई ने बताया कि उन्हें इस बहिष्कार के बारे में कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि इस बारे में कश्मीरी छात्रों ने विश्वविद्यालय को कोई संदेश नहीं भेजा है।
Published: 12 Aug 2019, 1:59 PM IST
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Published: 12 Aug 2019, 1:59 PM IST