केरल के वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जीत दर्ज की है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, प्रियंका गांधी ने इस चुनाव में 622338 वोट प्राप्त किए हैं और जबकि सीपीआई के सत्यन मोकेरी को 211407 वोट मिले। प्रिंयका गांधी का जीत का अंतर 410931 रहा। वहीं बीजेपी की उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रही जिन्हें 109939 लाख वोट मिले।
आपको बता दें, राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद प्रियंका गांधी ने पहली बार चुनावी मैदान में कदम रखा। इस वायनाड लोकसभा सीट पर कुल 16 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन प्रियंका गांधी ने मुकाबले को एकतरफा बना दिया।
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साल 2024 में ही वायनाड लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने 6,47,445 वोटों के साथ बड़ी जीत दर्ज की थी, उन्होंने सीपीआई की एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था, वहीं, बीजेपी उम्मीदवार के सुरेंद्रन 1,41,045 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। यानी उस उप चुनाव में प्रियंका गांधी ने 2024 में हुए चुनाव में राहुल गांधी के जीत के अंतर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
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राहुल गांधी ने इसेस पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था और एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सीपीआई (एम) के पीपी सुनीर को 4,31,770 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। यह अंतर भारतीय चुनावी इतिहास में सबसे बड़े जीत के अंतर में से एक था। राहुल गांधी को लगभग 7,06,367 वोट मिले थे। वहीं, पीपी सुनीर को लगभग 2,74,597 वोट मिले थे।
वायनाड के चुनाव नतीजों से गदगद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया के जरिए धन्यवाद व्यक्त किया है। उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा, 'वायनाड के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं आपकी बहुत आभारी हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ, आप वास्तव में महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है और जिस व्यक्ति को आपने अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी उम्मीदों और सपनों को समझता है और आपके लिए लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज बनने के लिए उत्सुक हूं!'
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प्रियंका गांधी ने कहा 'मुझे यह सम्मान देने के लिए और उससे भी ज्यादा आपने मुझे जो अपार प्यार दिया है, उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। UDF में मेरे सहकर्मी, पूरे केरल के नेता, कार्यकर्ता, स्वयंसेवक और मेरे कार्यालय के सहकर्मी, जिन्होंने इस अभियान में अविश्वसनीय रूप से कड़ी मेहनत की, आपके सपोर्ट के लिए, दिन में 12 घंटे (बिना खाना, बिना आराम) मेरी कार यात्रा को सहन करने के लिए और उन आदर्शों के लिए सच्चे सैनिकों की तरह लड़ने के लिए, जिन पर हम सभी विश्वास करते हैं, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।'
प्रियंका गांधी ने अपने परिवार का भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'मेरी मां, रॉबर्ट और मेरे दो रत्नों- रेहान और मिराया, आपने मुझे जो प्यार और साहस दिया है, उसके लिए कोई भी आभार कभी भी काफी नहीं होगा। और मेरे भाई राहुल, तुम उन सबमें सबसे बहादुर हो... मुझे रास्ता दिखाने और हमेशा मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद!'
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