प्रियंका गांधी ने कांग्रेस महासचिव का पदभार संभालने के बाद पहली बार अपने ट्विटर पर कुछ लिखा। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम की सादगी और वहां निहित सत्य का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि, “साबरमती की गरिमामयी सादगी में सत्य का बसेरा है।”
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उन्होंने इसके बाद एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने अपनी तरफ से कुछ न लिखते हुए महात्मा गांधी के एक वचन का जिक्र किया, जो हिंसा और प्रेम के अंतर को रेखांकित करता है। उन्होंने महात्मा गांधी का यह कथन लिखा कि, “मैं हिंसा का इसलिए विरोध करता हूं कि जब हिंसा से कुछ अच्छा हासिल होता है तो वह क्षणिक होता है, लेकिन इससे जो बुराई पैदा होती है वह स्थाई होती है।“
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दरअसल जब प्रियंका गांधी ट्विटर पर आई थीं तो 24 घंटे के अंदर उनके फॉलोवर्स तेजी से बढ़े थे और वह सुर्खियों में आ गई थीं। वह करीब एक महीने पहले ट्विटर पर आई थीं। लेकिन बीते एक महीने में उन्होंने एक भी ट्वीट नहीं किया था।
11 फरवरी को प्रियंका गांधी का ट्विटर पर ऑफिशियल अकाउंट बना था। प्रियंका के ट्विटर पर आते ही लोगों ने उन्हें टैग करना शुरु कर दिया था लेकिन प्रियंका ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि सोशल मीडिया पर उनका स्वागत उत्साह के साथ हुआ था और पहले ही दिन उनके फॉलोवर्स 68 हजार का आंकड़ा पार कर गए थे। फिलहाल ट्विटर पर प्रियंका गांधी की फॉलोवर 2 लाख 33 हजार से ज्यादा हैं।
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