उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत के बाद देश भर में लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। शनिवार को उत्तर प्रदेश में उन्नाव से लेकर लखनऊ और देश की राजधानी दिल्ली तक लोगों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। दिल्ली में शाम को महिला सुरक्षा को लेकर लोगों ने राजघाट से इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को इंडिया गेट जाने से बैरिकेड लगाकर रोक दिया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ते हुए बैरिकेड को तोड़ दिया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन से ठंडे पानी की बौछार कर दी।
Published: 07 Dec 2019, 9:18 PM IST
सर्दी के इस मौसम में देर शाम पानी की बौछार और पुलिस और प्रदर्शनकारियों की भिड़ंत में कई लड़कियों के बेहोश होने की खबर है। इस दौरान कई महिलाओं समेत कई प्रदर्शनकारियों को चोटें भी आई हैं। यह कैंडल मार्च दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की अगुवाई में निकाला गया, जो रेप की घटनाओं के खिलाफ सख्त कानून की मांग के लिए राजघाट पर आमरण अनशन पर बैठी थीं। इस दौरान प्रदर्शनकारी हाथ में 'वी वांट जस्टिस' लिखी तख्तियां लिए हुए थे।
इस बीच प्रदर्शनकारियों पर सर्दी में वाटर कैनन इस्तेमाल किए जाने का बचाव करते हुए दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने आग जैसी कोई चीज पुलिसकर्मियों पर फेंकी थी, जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को अरुण जेटली स्टेडियम जाने की इजाजत नहीं थी। इसलिए उन्हें समझाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन वे वापस जाने को तैयार नहीं थे।
Published: 07 Dec 2019, 9:18 PM IST
इससे पहले शनिवार की सुबह लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़ती रेप की घटनाओं के खिलाफ बीजेपी दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां भांजी। पुलिस ने पुरुषों समेत महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसके थोड़ी देर बाद फिर से कांग्रेस कार्यकर्ता लखनऊ के हजरतगंज में सड़कों पर उतर आए और जमकर नारोबाजी की। शनिवार को ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी विधानसभा के बाहर सांकेतिक धरना दिया।
Published: 07 Dec 2019, 9:18 PM IST
लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हो रहे प्रदर्शनों को देखकर साफ समझा जा सकता है कि देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर आम लोगों में कितना ज्यादा गुस्सा है। देश भर से रेप कल्चर के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है। लोगों का कहना है कि सरकार अगर रेप के खिलाफ कानूनों को सख्त कर देती तो हमें हैदराबाद या उन्नाव जैयी घटनाएं नहीं देखनी पड़तीं।
Published: 07 Dec 2019, 9:18 PM IST
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Published: 07 Dec 2019, 9:18 PM IST