हालात

पप्पू यादव गिरफ्तार, कोरोना के कहर के बीच BJP सांसद की निधी से लिए गए 2 दर्जन खड़ी एंबुलेंस का किया था खुलासा

बिहार में जन अधिकार पार्टी के संयोजक और पूर्व सांसद राजेश रंजन यादव उर्फ पप्‍पू यादव को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्‍होंने पिछले दिनों सारण से बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी की सांसद निधि से खरीदी गई करीब 30 से 40 एंबुलेंस के बेकार पड़े रहने का मसला उठाया था।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

बिहार के पटना में पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। मंगलवार की सुबह पप्पू यादव के पटना स्थित आवास पर टाउन डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम पहुंची। उन्हें हिरासत में ले लिया और उसके बाद उनकी गिरफ्तारी की पुलिस ने पुष्टि कर दी। पप्पू यादव पर बिहार में जारी लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप है।

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST

अपनी गिरफ्तार के बाद पप्पू यादव ने कहा, “वह आपको बताएंगे कि मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है। मैंने 1.5 महीनों तक हर परिवार की मदद की है, मैं एक ऑपरेशन के बाद भी मदद के काम में जुटा हुआ था। सरकार और नीतीश बाबू को पता होगा कि यह क्या है। लॉकडाउन के उल्लंघन पर गिरफ्तारी नहीं होती।”

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST

राज्य में कोरोना के कहर के बीच पप्पू यादव ने दो दर्जन से अधिक खड़ी एंबुलेंस को लेकर खुलासा किया था। यह एंबुलेंस लोकसभा सांसद राजीप प्रताप रूडी की सांसद निधी से खरीदी गई थीं। पप्पू यादव ने पूछा था कि इस समय जनता को एंबुलेंस की सबसे ज्यादा जरूरत है, ऐस में इन एंबुलेंस को खड़ा क्यों किया गया था, इस्तेमाल में क्यों नहीं लाया गया?

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST

गौरतलब है कि पप्पू यादव ने बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। पप्पू यादव ने शुक्रवार को सारण में रूड़ी के कार्यालय में छिपाकर रखे गए 30 से अधिक एम्बुलेंस का खुलासा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि रूड़ी ने सांसद निधि से खरीदे जाने के बावजूद व्यक्तिगत क्षमता के तहत एंबुलेंस को छिपा रखा था।

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST

पप्पू यादव ने कहा था, "यह बेहद चौंकाने वाला मामला है कि रूड़ी ड्राइवरों की अनुपलब्धता का बहाना दे रहे हैं। करदाताओं के पैसे से एम्बुलेंस खरीदी गई थी। इस मामले में, एम्बुलेंस को जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात किया जाना चाहिए था और राज्य सरकार को ड्राइवर नियुक्त करना चाहिए था। किस क्षमता के तहत, रूड़ी ने उन एम्बुलेंस को अपने कार्यालय में रखा। वह क्यों कह रहे हैं कि ड्राइवरों की अनुपलब्धा के कारण एम्बुलेंस को उनके परिसर के अंदर रखा गया था।"

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 11 May 2021, 10:59 AM IST