ओडिशा के झारसुगुडा में बीजेडी विधायक रमेश पटुआ ने एक ऐसी महिला का आंतिम संस्कार करवाया, जिसका समाज के लोग अंतिम संस्कार करना तो दूर छूने तक के लिए तैयार नहीं थे। यह मामला झारसुगुडा के अमनापली गांव का है। यहां पर भीख मांगने वाली एक महिला की मौत गई थी। महिला की मौत के बाद समाज के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। महिला अपने देवर के साथ एक झोपड़ी में रहती थी। लेकिन महिला के देवर की भी तबीयत इतनी खराब थी कि वह इस हालत में नहीं था कि अंतिम संस्कार कर सके।
Published: 05 Aug 2018, 11:33 AM IST
महिला की मौत के दूसरे दिन जब इस बात की खबर बीजेडी विधायक रमेश पटुआ को लगी तो वे मौके पर गए और समाज के लोगों से महिला का अंतिम संस्कार करने के लिए अपील की, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। इसेक बाद विधायक रमेश पटुआ ने अपने बेटे और भतीजे को बुलाया और शव को कांधा देकर श्मशान भूमि ले गए और अंतिम संस्कार करवाया।
Published: 05 Aug 2018, 11:33 AM IST
मीडिया से बता करते हुए बीजेडी विधायक ने कहा कि गांवों में ऐसी धारणा है कि अगर कोई दूसरी जाति के व्यक्ति का शव छूता है तो उसे अपनी जाति से बहिष्कृत कर दिया जाता है। यही वजह है कि लोग महिला का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे।
Published: 05 Aug 2018, 11:33 AM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 05 Aug 2018, 11:33 AM IST