भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों में कोई कार्रवाई नहीं होने और डब्ल्यूएफआई पर उसका वर्चस्व कायम रहने के खिलाफ दिग्गज पहलवानों का विरोध जारी है। साक्षी मलिक के संन्यास लेने और बजरंग पुनिया के पद्मश्री लौटाने के बाद अब विनेश फोगाट ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है।
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विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर ऐलान किया कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस कर रही हूं। पत्र में उन्होंने लिखा है कि इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद। पत्र में उन्होंने लिखा है, ''माननीय प्रधानमंत्री, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। आप देश के मुखिया हैं तो आप तक भी यह मामला पहुंचा होगा। मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं।''
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विनेश फोगाट ने आगे लिखा कि “मुझे याद है कि 2016 में जब साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी तो आपकी सरकार ने उन्हें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ब्रांड एंबेसडर बनाया था। इसकी घोषणा हुई तो देश की हम सारी महिला खिलाड़ी खुश थीं और एक दूसरे को बधाई के संदेश भेज रही थी। आज जब साक्षी को कुश्ती छोड़नी पड़ी तो मुझे 2016 बार-बार याद आ रहा है।”
पत्र में फोगाट ने सवाल किया कि क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर छपने के लिए ही बनी हैं। हमें उन विज्ञापनों पर छपने में कोई ऐतराज नहीं है क्योंकि उसमें लिखे नारे से ऐसा लगता है कि आपकी सरकार बेटियों के उत्थान के लिए गंभीर होकर काम करना चाहती है। मैंने ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना देखा था, लेकिन अब यह सपना भी धुंधला पड़ता जा रहा है। बस यही दुआ रहेगी कि आने वाली महिला खिलाड़ियों का यह सपना जरूर पूरा हो।”
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फोगाट ने आगे लिखा कि आप (पीएम मोदी) अपनी जिंदगी के सिर्फ 5 मिनट निकालकर उस आदमी (बृजभूषण सिंह) के मीडिया में दिए गए बयानों को सुन लीजिए। आपको पता लग जाएगा कि उसने क्या-क्या किया है। उसने महिला पहलवानों को असहज कर देने वाली बात सरेआम टीवी पर बोली है। बेहद भावुक पत्र में उन्होंने लिखा कि इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत-बहुत धन्यवाद।
विनेश फोगाट के फैसले पर साथी पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि निशब्द हूं। यह दिन किसी खिलाड़ी को न देखना पड़े। बजरंग पुनिया भी पद्मश्री अवॉर्ड वापस करने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं पहलवान साक्षी मलिक ने तो हमेशा के लिए कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया है।दरअसल, 21 दिसंबर को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के जीतने के विरोध में पहले साक्षी ने संन्यास का ऐलान किया और फिर बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया था।
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