बलात्कार के दोषियों के खिलाफ पॉक्सो कानून में संशोधन कर जारी किए गए अध्यादेश को लेकर भले ही मोदी सरकार अपना पीठ थपथपा रही हो, लेकिन सरकार के इस फैसले को दिल्ली गैंगरेप पीड़िता के पिता ने राजनीतिक करार दिया है। निर्भया के पिता ने कहा कि सरकार ने यह फैसला 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लिया है।
Published: undefined
निर्भया के पिता ने सरकार के उस फैसले पर सवाल खड़े किए, जिसमें 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म करने पर ही मृत्युदंड की सजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में मृत्युदंड का प्रावधान करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म-दुष्कर्म होता है, चाहे वह नाबालिग से हो या फिर बालिग से। उन्होंने बलात्कार के सभी दोषियों को आजीवन कारावास या फिर मौत की सजा दिए जाने की मांग की।
निर्भया की मां ने भी रेप के सभी दोषियों को मौत की सजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा, “12 साल से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म पर मौत की सजा का प्रावधान किया गया है, यह एक अच्छा कदम है, लेकिन उन बच्चियों का क्या जो बालिग हैं?”
Published: undefined
निर्भया की मां ने आगे कहा, “रेप से बड़ा अपराध और इससे बड़ा दर्द कुछ हो ही नहीं सकता। रेप के सभी दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए।”
16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली इलाके में चलती बस में 23 साल की निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ था। 29 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए थे। सड़कों पर उतर कर लोगों ने निर्भया के लिए इंसाफ की मांग की थी। लेकिन दुख की बात यह की इस शर्मनाक घटना के बाद आज भी देश में रेप जैसी घिनौनी घटनाएं रुकी नहीं हैं। हाल ही में उन्नाव और कठुआ गैंगरेप जैसी घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined