हालात

बिहार से लेकर कर्नाटक तक में NIA के छापे, फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल से जुड़े मामले में की जांच

राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले को लेकर बिहार के कई जिलों में एक साथ छापे मारे हैं। इस टेरर मॉड्यूल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम भी सामने आया था।

फोटो: ANI
फोटो: ANI 

राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले को लेकर बिहार के कई जिलों में एक साथ छापे मारे हैं। इस टेरर मॉड्यूल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम भी सामने आया था। यह छापे उसी सिलसिले में पड़े हैं। बता दें कि पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में युवाओं को प्रशिक्षण देने की बात सामने आई थी। इसके अलावा सभा कर लोगों को भड़काने का भी खुलासा हुआ था। इसके तार बिहार के अन्‍य जिलों से जुड़ने के बाद खुफिया एजेंसियों के साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसी भी सतर्क हो गई थी।

Published: undefined

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामलेम में एनआईए ने बिहार के 6 जिलों में छापे मारे हैं। एनआईए की टीम गुरुवार सुबह को छपरा, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, नालंदा, कटिहार, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और जहानाबाद में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि राजधानी पटना के गौनपुरा समेत 2 जगहों पर भी छापेमारी की गई है।

Published: undefined

वहीं बिहार के बाहर भी इस मामले में छापे पड़े हैं। एनआईए ने गुरुवार को हीं फुलवारी शरीफ आतंकी मामले में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के राष्ट्रीय सचिव रियाज फरंगीपेट के आवास पर छापेमारी की। सूत्रों ने शुरू में कहा था कि एनआईए की छापेमारी बीजेपी कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारे की हत्या के मामले में की गई थी। लेकिन, बताया जा रहा है कि यह छापेमारी उस सूचना के आधार पर है, जो अख्तर परवेज और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन ने बिहार में फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में एनआईए द्वारा पूछताछ के दौरान की थी।

Published: undefined

अधिकारी बी.सी. रोड के पास स्थित पेर्लिया में बंटवाल तालुक के पास तलाशी ले रहे थे। सूत्रों ने कहा कि अख्तर और जलालुद्दीन ने जांच के दौरान रियाज फरंगीपेटे के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया। सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी क्षेत्र में नफरत फैलाने के साथ-साथ आतंक पैदा करने के संबंध में सबूत जुटाने के सिलसिले में की गई है। मामले में अभी और जानकारी सामने आना बाकी है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined