राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के तीन अधिकारियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें विभागीय जांच का सामना करना पड़ रहा है। इन अधिकारियों में एक पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं। एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के एक व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई है कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से जुड़े एक टैरर फंडिंग मामले में उसका नाम नहीं लेने के बदले में उससे दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी।
Published: 20 Aug 2019, 4:00 PM IST
मामले की जांच पूरी होने तक अधिकारियों का आतंकवाद निरोधक एजेंसी से तबादला कर दिया गया है।एनआईए को अधिकारियों के खिलाफ कदाचार की एक शिकायत मिली है।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, “आरोपों की जांच एक उप-महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की जा रही है। इस बीच, निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए तीनों संबंधित अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।”
Published: 20 Aug 2019, 4:00 PM IST
गौरतलब है कि एनआईए कैडर में शामिल एसपी पहले भी कई महत्वपूर्ण मामलों से जुड़े रहे हैं जिसमें समझौता एक्सप्रेस और अजमेर शरीफ आतंकी मामले शामिल हैं। दो अन्य अधिकारियों में एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) और एक फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट है। जिन्हें की वापस सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) भेज दिया गया है।
Published: 20 Aug 2019, 4:00 PM IST
बता दें कि गुरुग्राम के एक व्यापारी ने एक महीने पहले एनआईए से एसपी और दो कनिष्ठ अधिकारियों की शिकायत की थी। तीनों अधिकारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखिया हाफिज सईद के द्वारा चलाए जाने वाले फलाह-ए-इंसानियत की जांच कर रहे थे।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
Published: 20 Aug 2019, 4:00 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 20 Aug 2019, 4:00 PM IST