नॉम चॉम्स्की समेत दुनिया के 600 से ज्यादा बौद्धिकों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि कठुआ और उन्नाव रेप की घटनाओं से सत्ताधारी शक्तियों का रिश्ता है जिससे इंकार नहीं किया जा सकता। वेबसाइट ‘न्यूज सेंट्रल’ ने यह पत्र छापा गया है।
पत्र में कहा गया है कि हम 16 अप्रैल 2018 को 49 सेवानिवृत सिविल सेवा अधिकारियों द्वारा आपको लिखे पत्र में व्यक्त भावनाओं के साथ अपनी सहमति और एकता जताते हैं।
पत्र में साफ तौर पर यह लिखा गया है कि कठुआ और उन्नाव कोई अलग-थलग घटनाएं नहीं हैं, बल्कि वे अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय, दलितों, आदिवासियों, और महिलाओं पर लगातार किए जा रहे हमलों का हिस्सा हैं।
पत्र के अंत में लिखा है, “हम आपको यह पत्र इसलिए भेज रहे हैं क्योंकि यह हमारा कर्तव्य है, क्योंकि हम चुप रहने के दोषी न करार दिए जाएं।”
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