दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक नोबेल पुरस्कारों का ऐलान 8 अक्टूबर को किया जाएगा। शांति पुरस्कार के लिए जिन नामों को अंतिम रूप दिया गया है उनमें भारत की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के संस्थापक प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर का नाम भी शामिल हैं सबसे ऊपर चल रह है। इस बात का दावा रायटर्स के एक सर्वेक्षण में किया गया है। बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान शुक्रवार को नार्वे की राजधानी ओस्लो में किया जाएगा। नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का चयन नार्वे की नोबल समिति के 5 सदस्यों की ओर से किया जाएगा। प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन, म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार, बेलारूस की विपक्षी नेता स्वेतलाना भी इस दौड़ में शामिल हैं।
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दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम मैगजीन ने भी इससे संबंधित खबर छापी है। पत्रिका ने लिखा है, 'पत्रकार प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के संस्थापक हैं। ये दोनों ही भारत में फर्जी सूचनाओं का खुलासा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सिन्हा और जुबैर सुव्यवस्थित तरीके से सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों और फेक न्यूज पर विराम लगा रहे हैं।' बता दें कि कुछ महीने पहले फैक्ट चेकर जुबैर को एक विवादित ट्वीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
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जुबैर को एक विवादित ट्वीट करने के आरोप में जून महीने में अरेस्ट किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई। उनकी गिरफ्तारी का सोशल मीडिया पर विरोध भी हुआ था। इस मुद्दे पर कई दिनों तक मीडिया में भी चर्चा हुई थी। कई लोगों का कहना था कि उनकी गिरफ्तारी प्रतिशोध के तौर पर की गई है।
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बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार की स्थापना साल 1895 में स्वीडन के केमिस्ट अल्फ्रेड नोबेल ने किया था। अल्फ्रेड नोबेल ने ही डायनामाइट की खोज की थी। दुनिया में नोबेल शांति पुरस्कार को सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है। इस पुरस्कार को उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने 'मानवता के लिए सबसे हितकारी काम किया है।'
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