बिहार के भागलपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोप में पटना पुलिस ने देर रात केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे को गिरफ्तार कर लिया। अर्जित शाश्वत बिहार में बीजेपी के नेता भी हैं। हालांकि शाश्वत का दावा है कि उन्होंने पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है, बल्कि उन्होंने खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
पटना के सहायक पुलिस अधीक्षक राकेश दूबे ने रविवार को बताया कि अर्जित को पटना के स्टेशन गोलंबर के पास शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस को उनके पटना स्थित स्टेशन गोलंबर के पास पहुंचने की सूचना मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इधर, शाश्वत ने गिरफ्तारी से पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने न्यायालय का पूरा सम्मान किया है और वह आत्मसमर्पण कर रहे हैं। अदालत ने शाश्वत को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है।
Published: 01 Apr 2018, 1:05 PM IST
शाश्वत ने कहा कि, "मैं किसी दबाव में नहीं था। मैं यहां हनुमान मंदिर में प्रणाम करने आया था और इसके बाद मैंने यहीं पर आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया। मैं न्यायालय की शरण में था। न्यायालय की ओर से मेरी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने की खबर मुझे शाम को मिली। इसके बाद मुझे लगा कि मुझे आत्मसमर्पण करना चाहिए।"
शाश्वत की गिरफ्तारी पर उनके पिता और मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके बेटे खिलाफ विपक्ष ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई थी। जब अदालत ने उसकी अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी तो उसने न्यायालय का सम्मान करते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
Published: 01 Apr 2018, 1:05 PM IST
गौरतलब है कि शाश्वत पर 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर में बिना इजाजत के एक जुलूस निकालने और उस दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी के लिए अदालत ने 24 मार्च को गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था। उन्होंने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दी थी, लेकिन भागलपुर की एक अदालत ने शनिवार को शाश्वत की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। शाश्वत ने नाथनगर पुलिस पर गलत मामला दर्ज करने और उन्हें फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'जय श्री राम' और राष्ट्रभक्ति के नारा लगाना गलत है क्या?
शाश्वत मोदी सरकार में राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में भागलपुर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
शाश्वत की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर निशाना साध रहा था। इस दौरान सत्तापक्ष के लोगों द्वारा भी शाश्वत की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाए जा रहे थे।
Published: 01 Apr 2018, 1:05 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 01 Apr 2018, 1:05 PM IST