रामदास अठावले ने कहा कि, “तेल की बढ़ती कीमतों से मुझे कोई फर्क नjहीं पड़ता। मैं एक मंत्री हूं और मुझे तो मुफ्त में तेल मिलता है। हां, लोगों को दिक्कत हो रही है और सरकार तेल कीमतें कम करने के लिए कोशिश कर रही है।”
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गौरतलब है कि रामदास अठावले का यह बयान 15 सितंबर शनिवार को आयाथ है जिस दिन मुंबई में पेट्रोल की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच गई और वहां पेट्रोल रिकार्ड 89 पर पहुंच गया। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के आंकड़े से पता चलता है कि देश की वित्तीय राजधानी में शनिवार को पेट्रोल 89.01 रुपये प्रति लीटर था, जबकि शुक्रवार को इसकी कीमत 88.67 रुपये प्रति लीटर थी। इसके अलावा देश के अन्य प्रमुख शहरों दिल्ली और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमत सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंची। दिल्ली में पेट्रोल 81.63 रुपये और चेन्नई में 84.85 रुपये प्रति लीटर रही।
अठावले के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉंफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्लाह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने लिखा कि, “मंत्री जी आपका तेल मुफ्त में नहीं आता है। इसकी कीमत मेहनत कश लोगों की कमाई पर वसूले वाले टैक्स से चुकाई जाती है। वे न सिर्फ आपके मुफ्त तेल की कीमत चुकाते हैं बल्कि अपने लिए भी महंगा तेल खरीदते हैं। लेकिन आप तो टैक्स भी नहीं चुकाते।”
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अठावले के इस बयान पर सुरेश कुदूर नाम के व्यक्ति ने सरकार को आइना दिखाया है। उन्होंने लिखा है कि, “मंत्री जी, आप जिंदगी भर के लिए मंत्री नहीं हैं! लोगों को यह भी आता है कि वे कैसे आपको तेल की कीमत चुकाने वाला बना दें। इस तरह के असंवेदनशील और बकवास करने वाले लोगों को जिम्मेदार पदों पर बैठाना राष्ट्र के लिए अभिशाप है। हमें बेहतक शासक चाहिए।”
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