कारगिल युद्ध का ‘बहादुर हीरो’ लड़ाकू विमान मिग-27 आज वायुसेना से रिटायर हो गया है। राजस्थान के जोधपुर एयरबेस में लड़ाकू विमान ने अपनी आखिरी उड़ान भरी। मिग 27 को आखिरी विदाई देने के लिए वायुसेना के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे। विदाई के दौरान मिग-27 को सलामी भी दी गई। बपता दें कि मिग-27 ने तीन दशक तक भारत की वायुसेना की सेवा की।
Published: 27 Dec 2019, 11:23 AM IST
29 स्क्वाड्रन वायुसेना में मिग 27 अपग्रेड विमानों को संचालित करने वाली एकमात्र इकाई है। 29 स्क्वाड्रन की स्थापना 10 मार्च 1958 को वायुसेना स्टेशन हलवारा में ओरागन (तूफानी) विमान से की गई थी। सालों तक स्क्वाड्रन को कई तरह के विमानों से लैस किया गया, जिसमें मिग-21 टाइप 77, मिग 21 टाइप 96, मिग 27 एमएल और मिग 27 अपग्रेड शामिल हैं।
Published: 27 Dec 2019, 11:23 AM IST
इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि स्विंग-विंग फ्लीट का उन्नत संस्करण 2006 से वायुसेना के स्ट्राइक फ्लीट का गौरव रहा है। अन्य सभी संस्करण जैसे मिग-23 बीएन और मिग-23 एमएफ और विशुद्ध मिग-27 वायुसेना से पहले ही रिटायर हो चुके हैं।
Published: 27 Dec 2019, 11:23 AM IST
मंत्रालय ने कहा कि इस बेड़े ने ऐतिहासिक कारगिल युद्ध के दौरान गौरव हासिल किया था, जब इसने दुश्मन के ठिकानों पर रॉकेट और बम सटीकता से गिराए थे। इस बेड़े ने 'ऑपरेशन पराक्रम' में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।
Published: 27 Dec 2019, 11:23 AM IST
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Published: 27 Dec 2019, 11:23 AM IST