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सिंघु बॉर्डर पर 'टर्बन बैंक'! वो शख्स जो फ्री में बांध चुका है 20 हजार पगड़ी, पग की अहमियत बताना है उद्देश्य

तेजिंदर अब तक करीब 20 हजार पग बांध चुके हैं। इतना ही नहीं पग बांधने में इस्तेमाल होने वाला कपड़ा भी तेजिंदर खुद ही लेकर आते हैं। तेजिंदर के मुताबिक ये सब करने का उद्देश्य है कि नए वर्ग के युवाओं में पग की अहमियत पता चले।

फोटो: IANS
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देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 20 दिनों से किसानों ने डेरा डाल रखा है। मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का ना सिर्फ पंजाब बल्कि हरियाणा और बाकी राज्यों के अन्नदाता भी विरोध कर रहे हैं। सड़कों पर उतरे किसानों की मांग है कि इस कानून को तुरंत रद्द किया जाए। इन सबके बीच पिछले 20 दिनों से दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर डटे हुए किसानों के बीच से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर आपके चेहरे पर भी मुस्कान आ जाएगी। आपको बतादें, सिंघु बॉर्डर पर अधिकतर पंजाब से आए किसानों ने अपना डेरा डाला हुआ है। आंदोलन के दौरान बॉर्डर पर विभिन्न रंग के पग (पगड़ी) बांधे लोग नजर आते हैं। ये पग बांधने का काम पंजाब से आए तेजिंदर सिंह कर रहे हैं जो टिकरी बॉर्डर से अब सिंघु बॉर्डर पर आ गए हैं। वो नौजवानों को फ्री में पग (टर्बन) बांधने का काम कर रहे हैं।

सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद हैं। इनमें नई उम्र के युवा भी शामिल हैं। ऐसे में कई युवा ऐसे भी हैं। जो अपने सिर पर पग नहीं बांधे हुए हैं। उनके सिर पर पग बांधने का काम तेजिंदर सिंह कर रहे हैं। तेजिंदर ने इसका नाम 'टर्बन बैंक' दिया हुआ है। तेजिंदर सिंह बीते 18 दिनों से टिकरी बॉर्डर पर मौजूद थे और वहां भी युवाओं को पग बांधने का काम कर रहे थे। वहीं आज वह सिंघु बॉर्डर पर आए हुए हैं।

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रिपोर्ट की माने तो तेजिंदर अब तक करीब 20 हजार पग बांध चुके हैं। इतना ही नहीं पग बांधने में इस्तेमाल होने वाला कपड़ा भी तेजिंदर खुद ही लेकर आते हैं। तेजिंदर के मुताबिक ये सब करने का उद्देश्य है कि नए वर्ग के युवाओं में पग की अहमियत पता चले। तेजिंदर सिंह ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, मैं ये काम 17 सालों से कर रहा हूं, देश के हर कोने में जाकर मैंने लोगों के पग बांधे हैं। उन्होंने दावा किया कि, बॉलीवुड के कई फिल्मी सितारों के उन्होंने पग बांधे हैं जिनमें रितिक रोशन भी शामिल हैं।

उन्होंने आगे बताया, मैं बीते 18 दिनों से टिकरी बॉर्डर पर लोगों के पग बांध रहा था, आज से सिंघु बॉर्डर पर बांधूंगा। इसको मैंने 'टर्बन बैंक' का नाम दिया है। मैं अपने आर्थिक स्थिति संभालने के लिए अपने घर पर ट्यूशन चलाता हूं जिसमें कई बच्चे मुझसे पढ़ने आते हैं। ये काम सिर्फ मैं लोगों की सेवा करने के लिए कर रहा हूं। तेजिंदर सिंह रोजाना एक हजार से अधिक पग बांधते हैं। इनमें विभिन्न रंग और स्टाइल के पग शामिल हैं। लोग अपने पसंद से पग बंधवाते हैं। इनमें पटियाला और मोरनी स्टाइल को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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