देश में कोरोना ने विकराल रूप ले लिया है। लगातार दो दिन से 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। अब यह भी पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि आखिर लोगों में संक्रमण कहां से आ रहा है। इस वायरस के बारे में एक्सपर्टस लगातार गहरे अध्यन करने में लगे हैं। इसी बीच लैंसेट मेडिकल जर्नल में दावा किया किया गया है कि यह वायरस मुख्य रूप से हवा से फैलता है। यही वजह है कि कोरोना वायरस का संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है। आलम यह है कि कई सावधानियां और स्वास्थ्य सुविधाएं भी खतरनाक वायरस के आगे लाचार साबित हो रही हैं।
Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST
जनसत्ता की खबर से मुताबिक इस बात की जानाकारी कई देशों के 6 एक्सपर्ट्स के गहरे अध्ययन के बाद सामने आई है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के जानकार शामिल थे जिसमें जोस लुइस जिमेनेज, CIRES (कोऑपरेटिव इंस्टिट्यूट फॉर रिसर्च इन इन्वायरनमेंटल साइंसेज) के केमिस्ट और कोलोराडो यूनिवर्सिट के एक्सपर्ट का भी नाम है। इनका कहना है कि हवा में कोरोना वायरस के फैलने के बारे में उन्हें पुख्ता सबूत मिले हैं। इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।
Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST
इस रिसर्च की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की टीम ने समीक्षा की और हवा में वायरस के फैलने वाली बात को प्रमाणित करने वाली बातों को हाइलाइट किया। यूनिवर्सिटी की टीम ने कहा, ‘बड़े ड्रॉपलेट से ही कोरोना फैलता है, इसका कोई प्रमाण नहीं है। बल्कि यह प्रमाणित किया जा सका है कि हवा के माध्यम से यह वायरस तेजी से फैलता है। जरूरी हो गया है कि WHO और अन्य संगठन इस बात को गंभीरता से लें और ऐसे कदम उठाएं कि वायरस के प्रसार को कम किया जा सके।‘
Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST
रिसर्च में कई परेशान करने वाली बातें भी सामने आई है, जैसे इसमें कहा गया है कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं उनसे संक्रमण सबसे ज्यादा फैल रहा है। दुनियाभर में कोरोना फैलने के अहम कारण में साइलेंट ट्रांसमिशन शामिल है। टीम ने रिसर्च में पाया है कि बड़े ड्रॉपलेट से संक्रमण फैलने का संभावना कम रहती है लेकिन हवा में यह तेजी से फैलता है।
Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST
इस रिसर्च में कोरोना को हराने के तरीकों के बारे में भी बताया गया है। इसमें कहा गया है कि सिर्फ हाथ धोने से ही वायरस को खत्म नहीं किया सकता है। हवा के माध्यम से इसे फैलने से रोकने पर विचार करना चाहिए। इसे रोकने के लिए वेंटिलेशन, एयर फिल्ट्रेशन, भीड़ को कम करने, मास्क पहनने, उच्च स्तर के पीपीई किट बनाने पर जोर देना चाहिए।
Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST
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Published: 16 Apr 2021, 5:22 PM IST