आयकर विभाग ने भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों और इसके प्रमोटरों तथा प्रधान संपादक के आवासों पर छापेमारी की है। यह अपडेट मीडिया ग्रुप दैनिक भास्कर पर छापेमारी की खबरों के बाद सामने आई है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और गुजरात में कई शहरों में कर चोरी के आरोपों को लेकर छापेमारी की गई है। कहा जा रहा है कि मोदी सरकार के खिलाफ खबरें चलाने की वजह से इन पर यह कार्रवाई की गई है। विपक्षी दलों ने भी इस छापेमारी पर सवाल उठाए हैं।
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
भारत समाचार द्वारा उनके ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए एक अपडेट के अनुसार, मीडिया संगठन के कार्यालय में छापे मारे गए हैं। छापेमारी गुरुवार तड़के शुरू हुई और खबर लिखे जाने तक जारी रही। वहीं भारत समाचार ने ट्वीट कर सवाल किया है कि, क्या सच दिखाने का खामियाजा भुगत रहा भारत समाचार... इस छापेमारी के क्या हैं मायने ?
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
प्रधान संपादक बृजेश मिश्रा और राज्य प्रमुख वीरेंद्र सिंह के आवासों पर भी छापेमारी की गई है। साझा किए गए अपडेट से संकेत मिलता है कि भारत समाचार कर्मचारियों के घरों पर भी छापे मारे गए हैं।
इससे पहले आयकर विभाग ने कथित रूप से टैक्स चोरी को लेकर देश भर में कई स्थानों पर मीडिया इकाई दैनिक भास्कर के कार्यालयों की तलाशी ली है। जानकारी के अनुसार दैनिक भास्कर समूह के भोपाल, इंदौर, जयपुर और अहमदाबाद कार्यालयों में छापेमारी की गई है।समूह के प्रमोटरों के आवासों और कार्यालयों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। इस छापे पर दैनिक भास्कर के राष्ट्रीय संपादक एलपी पंत ने ट्वीट कर कहा, 'स्वतंत्र हूं, क्योंकि मैं दैनिक भास्कर हूं….!!!'
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
छापे ऐसे समय में आए हैं जब मीडिया समूह ने कोविड -19 की दूसरी लहर के कारण हुई मौतों पर कई कहानियां प्रकाशित की हैं और सरकार द्वारा स्थिति से निपटने के बारे में बात की है।
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 'ईडी और आईटी को हथियारों के रूप में इस्तेमाल करने' के लिए सरकार की आलोचना करते हुए ट्विटर का सहारा लिया और कहा कि आयकर अधिकारी दैनिक भास्कर समूह के लगभग 6 परिसरों में मौजूद हैं, जिसमें भोपाल के प्रेस कॉम्प्लेक्स में इसका कार्यालय भी शामिल है।
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा, ‘गंगा में बहती लाशों, ईलाज के अभाव में मरते लोगों, बेरोजगारी,महंगाई,टीकाकरण, सरकार की विभाजनकारी नीतियों, तानाशाही, झूठ व लूट पर सवाल करने वाले पत्रकारों, विपक्षी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, निष्पक्ष निर्भीक मीडिया संस्थानों पर छापेमारी दर्शाती है कि केंद्र सरकार सच से डरती है।’
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
इसी तरह, भारत समाचार की हालिया रिपोर्टिग में भी उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की गई थी। चैनल ने इन छापेमारी को फ्री प्रेस पर हमला करार दिया है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST
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Published: 22 Jul 2021, 4:08 PM IST