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मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को लिखा खत, कहा, नेहरू से जुड़े तीन मूर्ति भवन से न करें छेड़छाड़

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी चिट्ठी में लिखा है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू सिर्फ कांग्रेस के नहीं बल्कि पूरे देश के हैं। ऐसे में तीन मूर्ति कॉम्पलेक्स से छेड़छाड़ ना की जाए।

फोटो: सोशल मीडिया 
फोटो: सोशल मीडिया  पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पीएम मोदी 

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीन मूर्ति कॉम्प्लेक्स स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी के स्वरूप को बदलने की योजना पर चिंता जताई है। मनमोहन सिंह ने सरकार की इस योजना पर सवालिया निशान उठाते हुए पत्र लिखा है और उन्होंने कहा कि एक एजेंडा के तहत एनएमएमएल और तीन मूर्ति कांप्‍लेक्‍स की प्रकृति और चरित्र को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। पत्र में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि नेहरू सिर्फ कांग्रेस के नहीं बल्कि पूरे देश के नेता थे, लेकिन सरकार एजेंडे के तहत उनसे जुड़े दोनों स्थलों का स्वरूप और प्रकृति बदलना चाहती है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने छह साल के कार्यकाल में तीन मूर्ति भवन के साथ छेड़छाड़ नहीं की थी, लेकिन दुर्भाग्य से वर्तमान सरकार एजेंडे के तहत ऐसा कर रही है। मनमोहन सिंह ने ऐसे समय में लेटर लिखा है जब सरकार तीन मूर्ति भवन के भीतर ही देश के सभी प्रधानमंत्रियों से जुड़ा एक संग्रहालय बनाने की योजना पर काम कर रही है।

Published: 27 Aug 2018, 10:06 AM IST

मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार की संशोधन नीति कभी नेहरू के किरदार और भारत को बनाने में उनके योगदान को कम नहीं कर सकती। उन्होंने नेहरू के निधन के बाद संसद में अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि खुद वाजपेयी कहते थे- अब कोई भी तीन मूर्ति की शोभा पंडितजी की तरह नहीं बढ़ा सकता। उनके जैसी जीवंत शख्सियत, विपक्ष को साथ लेकर चलने की उनकी कला, उनकी सज्जनता और महानता शायद ही कभी भविष्य में दिखे। मतभेदों के बावजूद उनके आदर्शों, देशप्रेम और अतुलनीय साहस के लिए सभी के मन में उनके लिए सम्मान है।

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने पत्र में आगे लिखा है, “तीन मूर्ति देश को खड़ा करने वाले पहले प्रधानमंत्री की स्मृति है। उनकी विशिष्टता और महानता को उनके राजनीतिक विरोधी भी स्वीकार करते थे। हमें इतिहास और विरासत का सम्मान करते हुए तीन मूर्ति को जैसा है वैसा ही छोड़ देना चाहिए। साथ ही नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी को भी पेशेवर उत्कृष्टता का संस्थान बने रहने देना चाहिए।”

Published: 27 Aug 2018, 10:06 AM IST

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Published: 27 Aug 2018, 10:06 AM IST