महाराष्ट्र के एक विश्वविद्यालय से 6 छात्रों को निष्कासित करने का मामला गरमाता जा रहा है। दरअसल वर्धा के महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप है कि बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि मनाने की वजह से इन छात्रों को निष्कासित किया गया है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कैंपस के नियम-कानून तो तोड़ने की वजह से इन छात्रों पर कार्रवाई की गई है। लेकिन छात्रों का कहना है कि उन्होंने कोई नियम कानून नहीं तोड़े हैं। बल्कि कांशीराम की पुण्यतिथि मनाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की वजह से उन्हें विश्वविद्यालय से निकाला गया है।
Published: 11 Oct 2019, 11:07 AM IST
छात्रों का कहना है कि जब विश्वविद्यालय परिसर में गांधी जयंती मनाई जाए सकती है तो फिर कांशीराम की पुण्यतिथि क्यों नहीं मनाई जा सकती ? इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि जब प्रशासन की अनुमति से विश्वविद्यालय परिसर में सांप्रदायिक और जातिवादी संगठन RSS की शाखाएं लग सकती हैं तो फिर बहुजन नेता कांशीराम की जयंती क्यों नहीं मनाई जा सकती ?
Published: 11 Oct 2019, 11:07 AM IST
इतना ही नहीं छात्रों का आरोप है कि पिछड़ी जातियों से होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। सभी छह छात्र पिछड़े समाज के बताए जा रहे हैं। सभी छात्रों ने इस तर्क के पक्ष में जातिवर्ग मेंशन करते हुए पोस्टर भी जारी किया है।
Published: 11 Oct 2019, 11:07 AM IST
बता दें कि इन छात्रों ने कांशीराम की पुण्यतिथि मनाने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को लेटर भी लिखा था। दरअसल करीब 50 मशहूर हस्तियां जिन्होंने पीएम मोदी को मॉब लिंचिंग को लकर पत्र लिखा था उन पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज होने की खबरें आ रही थी। जिससे नाराज होकर इन छात्रों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। जिसके बाद इन पर ये कार्रवाई की गई।
Published: 11 Oct 2019, 11:07 AM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 11 Oct 2019, 11:07 AM IST