मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़े जाने से बड़ी तादाद में नुकसान हुआ है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इवेंट को सफल बनाने के चक्कर में लाखों लोगों की जिंदगी को संकट में डाल दिया गया। दरअसल, शुक्रवार को इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी के तट पर निवासरत सैकड़ों परिवारों के मकान और दुकानों को भारी नुकसान हुआ।
Published: undefined
इसको लेकर कांग्रेस नेता यादव ने एक्स पर लिखा, खरगोन जिले में बाढ़ के लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इवेंट सफल करने के चक्कर में लाखों लोगों की जान खतरे में डाल दी। कार्यक्रम स्थल का रास्ता खराब न हो उसके लिए इंदिरा सागर बांध का पानी रोका गया और जब अतिवर्षा हो रही थी तब बांध के सभी गेट खोल दिये गए। शिवराज जी, जवाब दीजिए, आपके लिए कार्यक्रम ज्यादा जरूरी था या जनता की जान?
Published: undefined
यादव ने अपने एक्स हैंडल से ओंकारेश्वर निवासी का वीडियो भी साझा किया है, जिसमें वह कह रहा है कि जो बाढ़ आई यह प्राकृतिक आपदा नहीं है, यह प्रायोजित है, प्रशासन चाहता तो इसे रोक सकता था। यहां आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित हो रही है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे ओंकारेश्वर के लोगों की जान को खतरे में डाल दिया गया।
Published: undefined
जहां प्रतिमा स्थित है, वहां तक जाने के लिए एक रपटा है, लिहाजा बांध से पानी नहीं निकाला गया। अगर बांध से पानी निकाला जाता तो रपटे पर भी पानी होता और प्रतिमा स्थल तक जाना संभव नहीं होता। इसके चलते बांध में पानी रोका गया। जब बांध पर दवाब बना तो एक रात को अचानक पानी छोड़ दिया गया, जिससे बड़ा नुकसान हुआ है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined