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मध्य प्रदेशः BJP विधायक ने समर्थकों को नदी में खड़ाकर दिलाई सौगंध, चुनाव से पहले नेताओं में भितरघात का खौफ

जानकार कहते हैं कि जो पिछड़े इलाके हैं वहां सौगंध का बड़ा महत्व है। कभी मंदिर में सौगंध दिलाई जाती है तो कभी गंगाजल हाथ में देकर सौगंध दिलाई जाती है और अब तो सरयू नदी में भी सौगंध दिलाई गई है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा क्योंकि अभी चुनाव में वक्त है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव इसी साल होने वाले हैं, जिसके लिए अभी से तमाम दावेदार तैयारियों में जुटे हुए हैं। लेकिन कई ऐसे नेता हैं, जिन्हें चुनाव में अपनों का ही साथ नहीं मिलने और अपनों द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि कई नेता अब अपने समर्थकों को नदी में खड़ाकर सौगंध दिला रहे हैं।

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ऐसी ही मामला बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले से आया है, जहां के जतारा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के हरिशंकर खटीक विधायक हैं। वह शिवराज सरकार में मंत्री भी रहे हैं और उन्हें अगला चुनाव लड़ना है इसकी भी संभावना है। ऐसे में वह अभी से अपने भितरघातियों से डरे हुए हैं, यही कारण है कि कई कार्यकर्ताओं को लेकर वे सरयू नदी में पहुंचे और सरयू नदी के जल में खड़े होकर लोगों को सौगंध भी दिलाई कि वे चुनाव में उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।

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दरअसल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुश्किल से सात माह का वक्त बचा है और राजनीतिक दलों के साथ तमाम दावेदारों ने चुनाव लड़ने की तैयारियां तेज कर दी है। कई दावेदारी जताने में लगे हैं तो वहीं वर्तमान के विधायक अपनी उम्मीदवारी को तय करने में पीछे नहीं है। फिलहाल दोनों प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस जमीनी रिपोर्ट के संकलन में जुटी हुई हैं।

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लेकिन राज्य के विधानसभा चुनाव में जिन राजनेताओं को भाग्य आजमाना है, उनके सामने सबसे बड़ी समस्या अपने और अपने ही दल से जुड़े लोगों को साथ रखने की है। कई को तो आशंका यहां तक है कि आज जो लोग साथ में हैं, कहीं वही उन्हें नुकसान न पहुंचा दें। यही कारण है कि चुनावी माहौल जैसे ही गर्माने लगा है, वैसे ही अपनों को सौगंध दिलाने का दौर चल पड़ा है।

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राजनीति के जानकार मानते हैं कि हर चुनाव में भितरघात होते हैं, उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाया जाता है मगर अपने बचाव के रास्ते तो खोजे ही जाते हैं। जो पिछड़े इलाके हैं वहां सौगंध का बड़ा महत्व है। कभी मंदिर में सौगंध दिलाई जाती है तो कभी गंगाजल हाथ में देकर सौगंध दिलाई जाती है और अब तो सरयू नदी में भी सौगंध दिलाई गई है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा क्योंकि अभी चुनाव में वक्त है।

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