लखनऊ का बहुचर्चित विवेक तिवारी हत्याकांड में एसआईटी आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। आईजी रेंज के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने मंगवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। खबरों के मुताबिक, रिपोर्ट के आधार पर पुलिस के सिपाही प्रशांत चौधरी पर 302 और संदीप के खिलाफ 323 के तहत मुकदमा दायर किया जाएगा। एसआईटी ने प्रशांत चौधरी द्वारा बतायी गई आत्मरक्षा में गोली चलाने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। रिपोर्ट में पूरे घटना के आधार पर प्रशांत चौधरी को मुख्य आरोपी बताया गया है और उसके उपर इरादतन गोली चलाने की पुष्टि की है। वहीं, सिपाही संदीप कुमार की सिर्फ मौके पर मौजूदगी साबित हुई। हालांकि, आधिकारिक तौर पर कोई भी अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
एसआईटी की टीम ने घटना की अकेली चश्मदीद सना के जरिए पहला सीन रिक्रिएट किया था। सना से मिली जानकारी के बाद जांच टीम ने आरोपी सिपाहियों के जरिए दोबारा घटना का रिक्रिएशन किया ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।
एसआईटी प्रभारी सुजीत कुमार पाण्डेय ने हत्याकांड को लकेर जुड़े सभी लोगों से पूछताछ की है और सभी के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा साक्ष्यों का आंकलन भी किया जा चुका है। इस मामले में फॉरेंसिक जांच कर रही टीम ने कई तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जांच की। जांच टीम ने उन सभी सवालों को अपनी जांच में शामिल किया जिसे लेकर सवाल खड़े किये जा रहे थे।
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बता दें कि 28 सितंबर की रात को लखनऊ के गोमतीनगर के सीएमएस के पास एक गाड़ी खड़ी थी। उसी समय पुलिस बाइक सवार प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार पहुंचे। किसी बात को लेकर उस गाड़ी में मौजूद एपप्ल कंपनी के अधिकारी विवेक तिवारी के विवाद हो गई। विवाद के बाद सिपाहील प्रशांत ने फायरिंग कर दी और गोली विवेक तिवारी को जा लगी। इस दौरान प्रशांत चौधरी का साथी सिपाही संदीप भी उसके साथ में था, जबकि विवेक की गाड़ी में सहकर्मी सना खान मौजूद थी।
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