कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। आए दिन विधायक और मंत्रियों के बीच नाराजगी की खबरें आती रहती हैं। वर्तमान और पूर्व सीएम के बीच अनबन की खबरों के बीच अब एक विधायक ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक के.एस. ईश्वरप्पा ने सोमवार को कहा कि जब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता, तब तक वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं लेंगे। शिवमोगा से विधायक ईश्वरप्पा ने इस साल की शुरुआत में उडुपी के एक होटल में बेलगावी के एक ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले में उनपर 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा था।
Published: undefined
ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि ठेकेदार आत्महत्या मामले में जांच एजेंसी द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद उन्हें मंत्री पद से वंचित किया जा रहा है। वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह बेलागवी जाएंगे, जहां विधानमंडल का सत्र चल रहा है, लेकिन इसमें भाग नहीं लेंगे।
Published: undefined
गौरतलब है कि मृतक संतोष पाटिल ने ईश्वरप्पा पर अपने द्वारा किए गए कार्यों पर कमीशन की मांग करने का सनसनीखेज आरोप लगाया था। संतोष पाटिल का कहना था कि मंत्री ठेका देने के बदले 40 फीसद कमीशन मांग रहे हैं। इस आरोप से कर्नाटक की राजनीति में हलचल मच गई थी। मगर मंत्री ईश्वरप्पा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया और साथ ही ठेकेदार पर मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined