ईद मिलाद जुलूस के दौरान हिंसा भड़कने के बाद कर्नाटक पुलिस ने सोमवार को पूरे शिवमोग्गा शहर में कर्फ्यू लगा दिया। रविवार को शहर के रागी गुड्डा इलाके में आईपीसी 144 निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
पूरे शहर में स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है। संवेदनशील प्वाइंटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। दुकानें बंद करने को कहा गया है।
पुलिस ने उन पीड़ितों से शिकायत ली है जिनकी संपत्ति पथराव और हिंसा में क्षतिग्रस्त हो गई है। पुलिस ने 25 से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया है। उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज जुटाई जा रही है।
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सूत्र बताते हैं कि ईद मिलाद जुलूस के दौरान उपद्रवियों ने हिंदुओं के रिहायशी इलाके में घुसकर घरों पर पथराव किया, जिससे हिंसा हुई। उन्होंने पुलिस पर भी पथराव किया। हालांकि, पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में सफल रही और किसी भी बड़ी अप्रिय घटना को रोक दिया।
शिवमोग्गा से बीजेपी विधायक चन्नबसप्पा ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और हिंसा करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने उपद्रवियों द्वारा निशाना बनाए गए पीड़ितों के घरों का भी दौरा किया। आईजीपी पूर्वी क्षेत्र त्यागराजन घटनास्थल पर पहुंचे थे। उपायुक्त आर सेल्वामणि ने भी मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट ली।
कर्नाटक के शिवमोग्गा शहर में रविवार को ईद मिलाद के जुलूस के दौरान पथराव की घटना के बाद तनाव फैल गया था। पथराव की घटना के बाद अधिकारियों ने आईपीसी की धारा 144 के तहत शहर के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। पथराव की घटना शहर के शांतिनगर के पास रागीगुड्डा इलाके में हुई, हालांकि, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत किया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने सात लोगों को भी बचाया, जो पथराव करने वालों और सुरक्षाकर्मियों के बीच फंस गए थे।
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यह विवाद तब शुरू हुआ जब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने टीपू सुल्तान के कटआउट पर आपत्तिजनक लिखावट मिटाने को लेकर पुलिस पर सवाल उठाया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) मिथुन कुमार ने टीपू सुल्तान के कट-आउट पर आपत्तिजनक लेखन के बारे में समुदाय के नेताओं से बातचीत की।
शिवमोग्गा सांप्रदायिक रूप से एक संवेदनशील शहर है और पुलिस गणेश चतुर्थी उत्सव और ईद मिलाद को लेकर पिछले 15 दिनों से हाई अलर्ट पर थी।
किसी भी अप्रिय घटना को विफल करने के लिए जिला सशस्त्र रिजर्व (डीएआर) की कम से कम 12 प्लाटून, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो प्लाटून, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की दो प्लाटून और 2,500 पुलिस को शहर भर में तैनात किया गया है।
बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या फरवरी 2022 में शिवमोग्गा शहर में ही हुई थी। शहर में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के बैनर और पोस्टर लगाने पर चाकूबाजी की कई घटनाएं भी देखी गई थीं।
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