विवाद के बीच जस्टिस केएम जोसेफ समेत तीन जजों ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ले ली है। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने जस्टिस इंदिरा बनर्जी को पहले शपथ दिलाई। उसके बाद जस्टिस विनीत शरण को शपथ दिलाई गई और आखिर में जस्टिस केएम जोसेफ ने शपथ ली। इसके साथ सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 25 हो गई है, जबकि कोर्ट में 31 जजों के पद हैं।
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सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की नियुक्त के मामले में उतराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस केएम जोसेफ को वरिष्ठता के क्रम में तीसरे नंबर पर रखा गया है। इसे लेकर कई वरिष्ठ जज चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मिलकर आपत्ति जताई थी।
वहीं कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सिब्बल ने जस्टिस जोसेफ की वरीयता कम करने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “सरकार ने यह संदेश दिया है कि अगर कोई जज उनके पक्ष में फैसला नहीं देता है तो उसका इलाज भी किया जा सकता है। भारतीय न्यायपालिका में आज का दिन काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा। यह सरकार का घमंड है।”
Published: 07 Aug 2018, 9:46 AM IST
वहीं खबरों के मुताबिक, तीनों जजों की वरीयता इस आधार पर तय की गई है कि तीनों में पहले हाई कोर्ट का जज कौन बना न कि इस आधार पर की पहले तीनों जजों में से हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस कौन बना।
Published: 07 Aug 2018, 9:46 AM IST
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Published: 07 Aug 2018, 9:46 AM IST