मशहूर एंकर और जाने-माने पत्रकार रवीश कुमार ने राफेल डील पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ‘नेशनल हेरल्ड’ की खबर का उल्लेख करते हुए रवीश कुमार ने अपने प्राइम टाइम शो में सवाल पूछा कि महज 12 दिन पुरानी कंपनी को हजारों करोड़ का ठेका मिलना क्या महज एक संयोग है?
रवीश कुमार ने अपने शो में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस ट्वीट का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि मोदी जी उसे प्यार करते हैं जिसकी कंपनी 12 दिन पुरानी हो और जिस पर 45 हज़ार करोड़ का कर्ज हो। इस ट्वीट में राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘मिस्टर 56’ के नाम से संबोधित किया था।
Published: 26 Jul 2018, 7:37 PM IST
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान शेखी बघारने वाले अंदाज़ में कहा था कि गुजरात बनाने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए। इसी के बाद से इस शब्द का मोदी के लिए एक पर्याय के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
Published: 26 Jul 2018, 7:37 PM IST
दस्तावेजों के हवाले से नेशनल हेरल्ड ने अपने खबर में साबित किया था कि कैसे नियमों की धज्जियां उडाते हुए अनिल अंबानी की कंपनी ‘रिलायंस डिफेंस लिमिटेड’ को फ्रेंच कंपनी डसॉल्ट एविएशन के साथ हज़ारों करोड़ का रक्षा सौदा करने की इजाजत दी गई। इस कंपनी की स्थापना 28 मार्च 2015 को हुई थी। इसके 12 दिन बाद 10 अप्रैल 2015 को मोदी ने खुद नए राफेल सौदे का पेरिस में ऐलान किया।
अहम बात ये है कि ‘रिलायंस डिफेंस लिमिटेड’ के पास न तो रक्षा सामग्री बनाने का कोई अनुभव था और न ही इतने बड़े रक्षा सौदे को पूरा करने लायक अधिकृत पूंजी, फिर भी मोदी सरकार ने तथ्यों की अनदेखी करते हुए रक्षा सौदे को मंजूरी दी। नए रक्षा सौदे के मुताबिक न केवल विमानों की संख्या घटाई गई, बल्कि मनमोहन सिंह की सरकार ने जिस राफेल विमान की कीमत 520 करोड़ रुपये प्रति विमान तय की थी, उसे बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपये प्रति विमान किया गया।
Published: 26 Jul 2018, 7:37 PM IST
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Published: 26 Jul 2018, 7:37 PM IST