हालात

पेट पर तमंचा तान दंगाई ने उतरवाई पैंट और फिर बोला- हां ये हिंदू...

हिंदी समाचार पोर्टल के एक पत्रकार ने आरोप लगाया कि हिंसाग्रस्त क्षेत्र में वीडियो बनाते समय उनके साथ मारपीट की गई और खतना देखने के लिए उनकी पैंट उतारने के लिए मजबूर किया गया। पत्रकार सुशील मानव एक हिंदी समाचार पोर्टल के लिए काम करते हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान किसी को भी नहीं छोड़ा गया। दंगाइयों के हत्थे जो भी चढ़ा सबको निशाना बनाया गया और उनके साथ मारपीट हुई। यहां तक कि पत्रकारों पर भी हमला किया गया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में कई पत्रकार भी घायल हैं। धर्म पूछ कर लोगों को मारा गया। धर्म पता करने के लिए लोगों के पैंट तक उतरवाए गए। हिंदी समाचार पोर्टल के एक पत्रकार ने आरोप लगाया कि हिंसाग्रस्त क्षेत्र में वीडियो बनाते समय उनके साथ मारपीट की गई और खतना देखने के लिए उनकी पैंट उतारने के लिए मजबूर किया गया। पत्रकार सुशील मानव एक हिंदी समाचार पोर्टल के लिए काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जब वे पूर्वोत्तर दिल्ली के मौजपुर के लेन 7 से मोटरसाइकिल से गुजर रहे थे और वीडियो बना रहे थे, तभी उन्हें रोका गया। वो अपने एक साथी के साथ उस जगह का वीडियो बना रहे थे जहां हिंसा कर रहे लोगों की गोली लगने से सोमवार एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई थी।

Published: 27 Feb 2020, 1:44 PM IST

सुशील ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा,“मौजपुरा गली नंबर 7 (इसी गली के सामने रतनलाल को गोली मारकर हत्या कर दिया गया था) में भगवा आतंकवादियों ने आज दोपहर हम दोनों पर जानलेवा हमला किया। बस मरते मरते बचे हैं। उन दहशतगर्दो ने हमारे पेट पर तमंचा लगाकर हमारी पैंट उतरवाया। एक पुलिसकर्मी के सही समय पर हस्तक्षेप से हमारी जान बची।”

Published: 27 Feb 2020, 1:44 PM IST

सुशील मानव के मुताबिक, “फिर उनलोगों ने हनुमान चालीसा सुनाने के लिए कहा। उसके कहने पर हमने हनुमान चलीसा सुनाया। उसके बाद एक दूसरा शख्स आया। उसने कहा फिर से बोलो। मैंने फिर से पूरा हनुमान चलीसा सुनाया। उसके बाद उन लोगों ने हमारी और हमारे दोस्ट की पैंट खुलवाई। पैंट खुलवाकर उन लोगों ने दो बार देखा और फिर बोला कि हां ये हिंदू ही है।” उन्होंने बताया कि इसके बावजूद मोबाइल और पैसे छीन लिए गए।

Published: 27 Feb 2020, 1:44 PM IST

दिल्ली हिंसा के शिकार सुशील के अलावा और भी कई पत्रकार हुए हैं। एक न्यूज चैनल के रिपोर्ट को भी गोली लगी और न्यूज चैनल एनडीटीवी के दो पत्रकारों को दंगाइयों ने पीटकर घायल कर दिया। जेके 24/7 न्यूज चैनल ने एक ट्वीट में कहा कि उसके पत्रकार आकाश को दिल्ली के मौजपुर क्षेत्र में संघर्ष की कवरेज के दौरान गोली लग गई। वह अस्पताल में हैं जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। और भी कई पत्रकार जो हिंसा के शिकार हुए हैं, उन्हें धमकी दी गई और उनके साथ मारपीट की गई।

Published: 27 Feb 2020, 1:44 PM IST

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Published: 27 Feb 2020, 1:44 PM IST