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गुरुकूल की नाबालिग छात्रा से रेप के आरोप में आसाराम पर फैसला आज, जोधपुर से दिल्ली तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा

नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम पर आज फैसला सुनाया जाएगा। इस फैसले को देखते हुए जोधपुर में कड़ी सुरक्षा है और पूरे शहर को छावनी में बदल दिया गया है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया आसाराम पर फैसले के मद्देनजर जोधपुर में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को फ्लैग मार्च किया

गुरुकूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा से रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम पर जोधपुर की अदालत आज फैसला सुनाएगी। कानून-व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने अदालत से जेल में ही फैसला सुनाने की अपील की थी, जिसे अदालत ने मंजूर करते हुए जोधपुर जेल में ही फैसला सुनाने का निर्णय किया है। इस मामले में आसाराम के अलावा चार आरोपी और भी हैं। उन्हें भी आज यानी बुधवार 25 अप्रैल को फैसला सुनाया जाएगा।

आसाराम पिछले करीब पांच साल से जोधपुर जेल में बंद हैं। जानकारी के मुताबिक जेल के जिस हिस्से में आसाराम को रखा गया है उसी के नजदीक बने एक हॉल को कोर्टरूम बनाया गया है। जेल अधिकारियों के मुताबिक कोई तीन दशक पहले इसी हॉल में अकाली नेता गुरचरण सिंह तोहड़ा को टाडा अदालत ने फैसला सुनाया था।

आसाराम को फैसला जोधपुर की विशेष एससी/ एसटी कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा सुनाएंगे। न्यूज चैनल ने जोधपुर सेंट्रल जेल के डीआईजी विक्रम सिंह के हवाले से बताया है कि आसाराम मामले की सुनवाई बुधवार सुबह 8.30 बजे से शुरु हो सकती है, लेकिन उससे पहले जज मधुसूदन शर्मा कोर्ट जाएंगे, ऐसे में देरी की भी संभावना है। कोर्ट ने 7 अप्रैल को आसाराम मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था।

उन्होंने बताया कि फैसले को लेकर आसाराम थोड़ा तनाव में नजर आया, हालांकि विक्रम सिंह ने बताया कि आसाराम ने खाना अच्छी तरह खाया और कुछ देर शाम को चहलकदमी भी की। उनके मुताबिक जब आसाराम से फैसले के बारे में पूछा तो उनका जवाब था, होई हैं वही जो राम रचि राखा। विक्रम सिंह के मुताबिक आसाराम आदत के मुताबिक सबको उपदेश देता रहता है। उन्होंने बताया कि चूंकि अभी तक आसाराम विचाराधीन कैदी है इसलिए वह संतों वाले कपड़ों में रहता है, लेकिन अगर उसे दोषी ठहराकर सजा सुनाई जाती है तो फिर जेल के कैदियों वाले कपड़े पहनने को दिए जाएंगे।

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इस बीच कानून व्यवस्था को देखते हुए पूरे जोधपुर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे पर सुरक्षा तैनात कर दी गई है। हालांकि आसाराम को समर्थकों ने शांति का दावा किया है लेकिन राजस्थान पुलिस को आशंका है कि कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसके मद्देनजर जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है। इस बीच शहर में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है और एहतियात के तौर पर मंगलवार को जोधपुर शहर में सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च भी किया।

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इस बीच जोधपुर ईस्ट के डीसीपी अमनदीप सिंह कपूर ने कहा है कि आसाराम के फैसले को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और सभी तरह के एहतियाती कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह का हुड़दंग या गड़बड़ी बरदाश्त नहीं करेगी।

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इस बीच उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रहने वाली रेप पीड़िता के घर के बाहर भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था कर दी गई है। किसी भी अप्रिय स्थिति की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पीड़िता और उसके घर के आसपास कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की है। 5 पुलिसकर्मियों को 24 घंटे पीड़िता के घर पर तैनात किया गया है, जो हर आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने बताया है कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व बल तैयार रखा गया है।

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आसाराम केस में फैसला आने से पहले गृह मंत्रालय ने राजस्थान, गुजरात और हरियाणा पुलिस को एडवाइजरी जारी की है। गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी और मुख्य प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस आसाराम पर फैसले के दिन अलर्ट पर रहेगी। उन्होंने बताया कि लोकल इंटेलिजेंस के जरिए आसाराम के आश्रमों और समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

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इस बीच जोधपुर में मीडिया का जमावड़ा हो गया है। इस फैसले को लेकर सबकी निगाहें लगी हुई है। मीडिया ने आसाराम के मामले की कवरेज के लिए जेल में जाने की इजाजत मांगी थी और कोर्ट में अर्जी भी दी थी, लेकिन कोर्ट ने इस अर्जी को ठुकरा दिया।

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गौरतलब है कि पिछले साल हरियाणा के पंचकूला की अदालत से दुष्कर्म के मामले में गुरमीत रामरहीम सिंह पर फैसला आने के बाद उसके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था। रामरहीम समर्थकों और पुलिस के बीच भारी हिंसामें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। इस दौरान कई पत्रकारों और मीडियाकर्मियों को भी गंभीर चोटें आई थीं। इसी को जोधपुर से दिल्ली तक और शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं।

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