देश में कोरोना वायरस से फैली महामारी के चलते जारी लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए पहले चरण अनलॉक-1 की घोषणा करते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने कुछ शर्तों के साथ 8 जून से देश भर के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी है। इसके बाद से तमाम मदंरो, गुरुद्वारों समेत मस्जिदों को भी खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। अब साफ है कि 8 जून से सभी मस्जिदों में भी नमाज शुरू हो जाएगी।
लेकिन अभी भी मौजूद कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लखनऊ स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने मस्जिदों के लिए 14 प्वाइंट की एडवाइजरी जारी की है। इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एडवायजरी जारी करते हुए सभी मस्जिदों से नमाज शुरू होने की हालत में कई तरह की सावधानियां बरतने की अपील की है। एडवायजरी में तमाम मस्जिदों से खतरे से निपटने के लिए कई व्यवस्थागत बदलाव करने को कहा गया है।
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एडवाइजरी में मस्जिदों से चटाइयां और कालीन हटाने, नमाजियों को मास्क पहनने, नमाज के दौरान 6 फीट का फासला रखने और एक-दूसरे से गले ना मिलने की हिदायत दी गई है। साथ ही इसमें कहा गया है कि 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग और 10 साल से छोटे बच्चे मस्जिदों में ना जाएं और घर पर ही नमाज अदा करें। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि मस्जिदों में किसी भी वक्त भीड़ जमा नहीं होने दें और मस्जिदों में सिर्फ फर्ज की नमाज अदा की जाए और सुन्नतें व नफल नमाज लोग घर पर अदा करें।
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व्यवस्थागत बदलाव के तहत एडवाइजरी में मास्क लगाने और दूरी बरतने के निर्देश के साथ के साथ ही मस्जिदों से चटाइयां और कालीन हटाने के लिए कहा गया है। केवल फर्श पर ही नमाज पढ़ी जाए। इसके लिए हर नमाज से पहले फर्श को फिनाइल या डेटॉल से साफ किया जाए। इसके अलावा वुजूखाने में साबुन रखा जाए और वुजू के वक्त साबुन से हाथ धोना जरूरी है। मस्जिदों की टोपियों का इस्तेमाल ना किया जाए। हालांकि निर्देश दिया गया है कि लोग घरों से वुजू करके आएं और घर से ही अपनी टोपी लेकर जाएं।
14 प्वाइंट की एडवाइजरी में कहा गया है मस्जिदों में एक समय पर भीड़ कम करने के लिए हर नमाज के वक्त लोगों को 4 भाग में बांटा जाए। ये सभी अपनी-अपनी बारी में 15-15 मिनट के अंदर नमाज अदा करें। इस दौरान हर हिस्से की नमाज तय समय पर खत्म हो ताकि बाद में नमाज पढ़ने वालों को दिक्कत ना हो।
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जुमे की नमाज के लिए भी यही व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। जुमे के नमाज के लिए भी कहा गया है कि नमाज के लिए लोगों को 4 हिस्सों में बांट दिया जाए। जुमे का खुतबा छोटा कर दिया जाए और उर्दू में तकरीर न की जाए। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि मस्जिदों में दाखिल होते वक्त और बाहर आते वक्त किसी हाल में भीड़ ना लगाई जाए।
इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि इस एडवाइजरी के बाद 15 दिन तक हालात पर नजर रखी जाएगी। अगर उसके बाद जरूरत पड़ती है तो हालात की समीक्षा कर दोबारा नई एडवाइजरी जारी की जा सकती है।
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