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‘यह बजट है या देश को बेचने की स्कीम’, कमलनाथ ने मोदी सरकार के बजट पर कसा तंज

एक दिन पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किये जाने के बाद कमलनाथ ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि कोरोना महामारी के भीषण संकट के समय आए देश के इस आम बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदे थीं, लेकिन इस बजट से आमजन को भारी निराशा हुई है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने साल 2021 के लिए पेश मोदी सरकार के बजट पर बड़ा तंज कसते हुए पूछा है कि, "यह बजट है या देश को बेचने की स्कीम है।" कमलनाथ ने बजट को लेकर अपने एक ट्वीट में कहा कि धनराशि जुटाने के लिए सरकार सार्वजनिक उपक्रमों में अपनी हिस्सेदारी बेचेगी।

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कमलनाथ ने बजट को लेकर प्रकाशित खबरों पर ट्वीट करते हुए लिखा, "70 साल में जनता की गाढ़ी कमाई से देश ने जो संस्थान बनाये थे, सब बिक रहे हैं। सरकारी कंपनियां बेचेंगे, सरकारी बैंक बेचेंगे, बीमा कंपनियां बेचेंगे, एयरपोर्ट, बंदरगाह, बिजली प्राइवेट हाथो को देंगे और गैस भी निजी कंपनियों के पास चली जाएगी, यह बजट है या देश को बेचने की स्कीम?"

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इससे पहले सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट पेश किये जाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने बजट को निराशाजनक बताया था। कमलनाथ ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, "कोरोना की महामारी के भीषण संकट काल के समय आज आए देश के इस आम बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदे थीं, लेकिन इस बजट से आमजन को भारी निराशा हुई है। कोरोना संकट में बड़ी संख्या में युवा वर्ग को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा, लेकिन युवा वर्ग के रोजगार को लेकर भी इस बजट में कुछ नहीं है।"

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "कोरोना महामारी में ध्वस्त अर्थव्यवस्था को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। देश का सबसे बड़ा वर्ग किसान वर्ग जो अपने हक को लेकर सड़कों पर पिछले दो माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहा है। उसके लिए इस बजट में कुछ नहीं है, सिर्फ झूठे वादे, वर्षों पुराना आय दोगुनी करने का एक बार फिर वादा, एक तरफ नये कृषि कानूनों से मंडी व्यवस्था को खत्म करने का काम और आज बजट में मंडी व्यवस्था को मजबूत करने का झूठा वादा, झूठे वादों से गुमराह करने का काम है।"

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