जम्मू-कश्मीर में पहले 10,000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती और अब रेलवे सुरक्षा बल के एक अधिकारी के एक पत्र वायरल होने से घाटी में हड़कंप मचा हुआ है। इससे लकेर अफवाहों का बाजार इस कदर गरम है कि लोगों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है।
Published: 29 Jul 2019, 12:42 PM IST
बडगाम में आरपीएफ के एक अधिकारी ने पत्र लिखकर कर्मचारियों से लंबे समय तक कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जाहिर की है और कर्नचारियों से कहा है कि कर्मचारी चार महीने का राशन इकट्ठा कर लें। ये पत्र रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक सहायक सुरक्षा आयुक्त ने लिखी है। सुदेश नुग्याल की ये चिट्ठी वायरल होने के बाद रेल मंत्रालय सकते में आ गया और आनन-फानन बयान जारी कर इस चिट्ठी का खंडन किया है। रेलवे ने सफाई देते हुए कहा कि इस चिट्ठी का कोई आधार नहीं है।
Published: 29 Jul 2019, 12:42 PM IST
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि यह पत्र वरिष्ठ संभागीय सुरक्षा आयुक्त से बस एक पद नीचे के अधिकारी द्वारा बिना किसी अधिकार के पत्र भेजा गया जबकि वह 26 जुलाई से एक साल के अध्ययन अवकाश पर गये है।
बता दें कि आरपीएफ के सुरक्षा अधिकारी सुदेश नुग्याल ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी साझा किया था। इसमें लिखा गया था, “हाल ही में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की बैठक हुई जिसमें एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। कश्मीर घाटी में लंबे समय तक कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। ऐसे में कर्मचारी कम से कम 4 महीने के लिए राशन इकट्ठा कर लें।” उन्होंने आगे पत्र में लिखा है कि अपने परिवार को घाटी के बाहर पहुंचा आने समेत एहतियाती कदम उठाने का आह्वान किया है।
इस पत्र के सामने आने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, “घाटी के लोगों पर यह तोहमत लगाना आसान है कि वह डर फैला रहे हैं लेकिन ऐसे आधिकारिक आदेश का क्या करें जिसमें कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बिगड़ने की बिना पर तैयारियों की बात की जा रही है और इस तरीके की भविष्यवाणी की जा रही है।”
Published: 29 Jul 2019, 12:42 PM IST
ऐसे में सवाल उठाये जा रहे हैं कि कश्मीर में आखिर ऐसा क्या होनेवाला है कि जिससे चार महीने का राशन इकट्ठा करना पड़े। क्या जम्मू-कश्मीर पर बड़े आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने काउंटर टेररिस्ट ग्रिड की अहम बैठक भी की है।
गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में अर्धसैनिक बलों की 100 कंपनियां तैनात की गई हैं। घाटी में सीआरपीएफ की 50, बीएसएफ की 10, एसएसबी की 30, आईटीबीपी की 10 कंपनियां भी तैनात की जानी है।
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Published: 29 Jul 2019, 12:42 PM IST
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Published: 29 Jul 2019, 12:42 PM IST