अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के मद्देनजर उत्तर प्रदेश शासन ने राज्य के कई शहरों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। जिन शहरों में ये सेवाएं बंद की गई हैं उनमें अलीगढ़ और आगरा शामिल है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि स्थिति सांप्रदायिक व संवेदनशील होने के मद्देनजर और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अन्य जिलों में भी इंटरनेट सेवा बंद किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "हमारे सोशल मीडिया सेल इंटरनेट पर उन 673 लोगों पर लगातार नजर रख रहे हैं जिनकी पोस्ट या टिप्पणियां परेशानी का सबब बन सकती हैं। हमारे पुलिसकर्मियों ने जिले, पुलिस स्टेशन और स्थानीय स्तर पर संभावित खतरों और हॉटस्पॉट की पहचान की है। हमने कानून व्यवस्था सबनाए रखने के लिए 31 संवेदनशील जिलों की पहचान की जैसे-आगरा अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और अन्य।"
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सिंह ने कहा कि राज्य में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। सुप्रीम कोर्ट के शनिवार को फैसला सुनाए जाने की खबर मिलते ही लखनऊ में लोगों के बीच शुक्रवार को देर रात तक घबराहट देखी गई। लोग पेट्रोल, डीजल, सब्जियां लेने और एटीएम से पैसे निकालने के लिए दौड़ पड़े।
पुराने श्हर के हिस्सों में ज्यादा भीड़ देखी गई, जिसमें मुस्लिम आबादी काफी है। चौक में सब्जी मंडी रात 11 बजे के बाद फिर से खोल दी गई और लोगों ने आने वाले दिनों में परेशानी की आशंका में बड़ी मात्रा में सब्जियां खरीदीं।
पेट्रोल पंपों पर लंबी लाइनें देखी गईं क्योंकि लोग ईंधन भराने के लिए कतार में खड़े थे। राज्य की राजधानी के अधिकांश एटीएम में आधी रात तक कैश खत्म हो गए क्योंकि लोगों ने पैसे निकाल लिए थे। शनिवार अल सुबह से ही लोग दूध और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए कतार में लग गए।
अयोध्या में, शुक्रवार की देर रात से सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, जिसमें 4,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बल थे। मंदिरों का शहर एक प्रकार के अभेद किले में बदल गया है। शहर के सभी प्रवेश बिंदु आधी रात के बाद पूरी तरह से सील कर दिए गए और दो हेलीकॉप्टरों - एक लखनऊ में और एक अयोध्या में स्टैंडबाय पर रखा गया है।
लखनऊ में एक राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जबकि प्रत्येक जिले का अपना नियंत्रण कक्ष होगा। सूत्रों ने बताया कि रेलवे पुलिस ने अपने सभी जोनों को सुरक्षा तैयारियों के बारे में निर्देश देने के लिए सात पन्नों की एक एडवाइजरी जारी की। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने कहा कि उसके सभी कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है और उन्हें एस्कॉटिर्ंग ट्रेनों में लगे रहने का निर्देश दिया गया है।
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