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महंगाई की मार: 'सब्जी वाले हों या किसान सभी रास्ते पर आ गए', NCP नेता छगन भुजबल का सरकार पर हमला

एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि अब हालात ऐसे हो गए हैं कि चाहे वो प्याज वाला हो या किसान हो सभी रास्ते पर आ गए हैं। जब खर्चा इतना बढ़ा हुआ है तो सरकार अब क्या करती है ये देखना है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

महंगाई की मार से देश की जनता बेहाल है। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि अब हालात ऐसे हो गए हैं कि चाहे वो प्याज वाला हो या किसान हो सभी रास्ते पर आ गए हैं। जब खर्चा इतना बढ़ा हुआ है तो सरकार अब क्या करती है ये देखना है। विधानसभा और विधान परिषद के चुनाव से लोगों का मूड सरकार के खिलाफ है।

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इससे पहले छगन भुजबल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की आत्महत्या जैसे मुद्दों को दरकिनार कर दिया है। इन मुद्दों पर पर्दा डालने और चुनाव में फायदे के लिए बीजेपी सरकार लव जिहाद की घटनाओं को सामने ला रही है।

इससे पहले विधानसभा में नासिक जिले के एनसीपी नेता छगन भुजबल ने किसानों के संकट के बारे में बात की और प्याज को लेकर केंद्र की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य के सबसे बड़े प्याज के थोक बाजारों में से एक मेरे निर्वाचन क्षेत्र में है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार तुर्की, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, यूक्रेन, मोरक्को, उज्बेकिस्तान और बेलारूस जैसे देशों में भारतीय प्याज की भारी मांग है। हमें प्याज का निर्यात करना चाहिए ताकि इससे हमारे किसान लाभान्वित हों, छगन भुजबल ने कहा था कि कई अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों ने शिकायत की है कि भारत सरकार मनमाने ढंग से प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा रही है या इसे हटा रही है। इसलिए, वे हमसे प्याज खरीदने के इच्छुक नहीं हैं। हमारी नीति में निरंतरता नहीं है। उन्होंने कहा था कि मैं राज्य सरकार से दिल्ली में लोगों के साथ बात करने का आग्रह करता हूं, शायद पीयूष गोयल (केंद्रीय वाणिज्य मंत्री), लेकिन सुनिश्चित करें कि किसानों को नुकसान न हो।

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गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को विधानसभा में कहा था कि थोक बाजार में प्याज की गिरती कीमतों की खबरों के बीच उनकी सरकार प्याज किसानों के साथ है। यदि जरूरत पड़ी तो प्याज उत्पादकों को वित्तीय मदद देने की बात कही।

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