जनवरी 2017 के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया सबसे निचले स्तर पर आ गया है और मनोवैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण 68 के आंकड़े को पार कर गया है। यह भी कहा जा रहा है कि पूरे एशिया में भारतीय रुपए का परफार्मेंस सबसे खराब रहा है।
Published: 16 May 2018, 3:03 PM IST
ब्लूमबर्ग-क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक चुनाव नतीजों के असर से ऐसा हुआ है क्योंकि जिस तरह के परिणाम आए हैं उससे अनिश्चितता बढ़ी है। इसके अलावा वैश्विक और आंतरिक परिस्थितियों ने भी रुपए के अवमूल्यन की संभावना को बढ़ाया है। इसमें सबसे बड़ा कारक बढ़ती तेल कीमतें हैं।
Published: 16 May 2018, 3:03 PM IST
भारतीय रुपए की इस हालत से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत में भी उछाल आ सकता है।
Published: 16 May 2018, 3:03 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 16 May 2018, 3:03 PM IST