अमेरिका के वाशिंगटन में बीते दिनों भारतीय दूतावास के निकट स्थापित महात्मा गांधी की खंडित की गई प्रतीमा को पुनर्स्थापित किए जाने का खर्च इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) ने उठाने की पेशकश की है। आईओसी के वाशिंगटन चैप्टर ने अमेरिका के राष्ट्रीय उद्यान सेवा के कार्यवाहक निदेशक डेविड वेला को लिखा है कि आईओसी भारतीय दूतावास के पास स्थित गांधी प्रतिमा को पुनर्स्थापित करने का खर्च वहन करेगी। इस प्रतिमा की देखरेख की जिम्मेदारी इसी उद्यान प्रबंधन की है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के वाशिंगटन चैप्टर के अध्यक्ष जॉनसन म्यालिल ने शनिवार को कहा, "महात्मा गांधी हर जगह शांति और सद्भाव के प्रचारक रहे हैं। इस तरह के एक आइकन की प्रतिमा को विखंडित किया जाना बहुत कष्टप्रद और दर्दनाक है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी महात्मा गांधी और उनके विचारों पर हमले बहुत ही निंदनीय हैं।
बता दें कि बीते दिनों अमेरिका में एक अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लाइड की पुलिस द्वारा हत्या के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भड़के दंगे में कुछ शरारती तत्वों ने वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के निकट लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था। घटना पर ट्रंप प्रशासन की ओर से खेद जताते हुए भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने माफी मांगी थी।
साल 2000 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा समर्पित गांधी की इस प्रतीमा के सरकारी जमीन पर निर्माण के लिए अमेरिकी कांग्रेस ने 1998 में एक विधेयक पारित किया था। इस 2.6 मीटर ऊंची प्रतिमा को मूर्तिकार गौतम पाल द्वारा डिजाइन किया गया था और उन्होंने गांधी को 1930 के नमक सत्याग्रह का नेतृत्व करते हुए उनके उद्धरण, 'मेरा जीवन मेरा संदेश है (माय लाइफ इज माय मैसेज)' के साथ चित्रित किया था।
Published: 08 Jun 2020, 6:17 PM IST
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Published: 08 Jun 2020, 6:17 PM IST