पाकिस्तान का नाम बदलने के लिए बिहार के पूर्णिया के लोगों ने अब अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगाई है। अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया है कि अब पाकिस्तान का नाम बदला जाएगा। जी हां, इस खबर को पढ़ने के बाद आपको आश्चर्य जरूर हो रहा होगा, लेकिन यह एक सौ प्रतिशत सही है।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
देश के पड़ोसी देश पाकिस्तान के अलावा बिहार के पूर्णिया जिले में भी एक पाकिस्तान बसता है, जहां के लोगों ने अब अपने गांव (टोला) के पाकिस्तान नाम को बदलकर बिरसा नगर करने की मांग उठाई है।
ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान नाम होने के कारण उनको शर्मिंदा होना पड़ता है। पूर्णिया जिले के श्रीनगर ब्लॉक में सिंधिया ग्राम पंचायत के पाकिस्तान गांव के लोगों ने गांव का नाम बदलने के लिए बुधवार को जिलाधिकारी के नाम का एक सामूहिक आवेदन पत्र अंचलाधिकारी (बीडीओ)को सौंपा है।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि उनके पास अभी तक आवेदनपत्र नहीं आया है लेकिन अगर ऐसा है तो प्रक्रिया के मुताबिक गांव का नाम बदलने की पहल की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का पाकिस्तन नाम होने के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण तो यहां तक कहते हैं कि गांव का नाम पाकिस्तान होने के कारण बेटे, बेटियों की शादियां भी तय करने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
पूर्णिया जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर इस गांव में सिर्फ आदिवासी समुदाय के ही लोग रहते हैं। यहां के लोगों ने पाकिस्तान गांव का नाम बदलकर भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर गांव का नाम बिरसा नगर करने का फैसला किया है।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
श्रीनगर के बीडीओ नंदन कुमार ने कहा कि गांव के लोगों ने एक सामूहिक आवेदन जिलाधिकारी के नाम सौंपा है, जिसमें गांव का नाम बदलने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी जगह के नाम बदलने का फैसला उनके अधिकार क्षेत्र का नहीं है, वे यह आवेदनपत्र जिलाधिकारी कार्यालय भेज रहे हैं।
आवेदन पत्र में ग्रामीणों ने लिखा है कि आए दिन पाकिस्तान का भारत में आतंकवाद फैलाना और भारत के प्रति जहर उगलना अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है। अब यहां के लोगों को पाकिस्तान के नाम से घृणा हो रही है, जिस काराण गांव के लोग सामूहिक रूप से अपने गांव का नाम बदलने का निश्चय किया है।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
इधर, पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा भी ग्रामीणों के इस मांग की समर्थन में उतर आए हैं। कुशवाहा कहते हैं कि गांव के लोग अगर ऐसा कह रहे हैं तो इसका समर्थन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनसे इस मामले में जितनी मदद होगी वह जरूर करेंगे।
Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST
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Published: 17 Oct 2019, 5:59 PM IST