हर साल जारी होने वाली दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की सूची में इस साल भारत को जगह नहीं मिली है। पिछले साल इस सूची का हिस्सा रहा भारत अब इस सूची में नहीं है। सिडनी स्थित लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा जारी सूची में भारत का स्कोर इस साल 40 से नीचे रहा है। पिछले साल भारत का स्कोर 41 था। इस सूची में जगह बनाने के लिए किसी भी देश का स्कोर कम से कम 40 होना चाहिए। माना जा रहा है कि कोरोना लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के कारण ऐसा हुआ है। इस साल जारी सूची में अमेरिका शीर्ष पर है जबकि चीन और जापान ने दूसरे और तीसरे स्थान पर जगह बनाई है।
Published: undefined
लोवी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत यूं तो एशिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है लेकिन अब वह मध्य शक्ति वाली सूची में चला गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडो-पैसिफिक के सभी देशों के बीच भारत ने कोरोना वायरस के कारण विकास की क्षमता को खो दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन की आबादी करीब करीब बराबर है और हो सकता है कि कुछ साल में भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ दे। लेकिन कोरोना के कारण लगाए गए लंबे लॉकडाउन से भारत की अर्थव्यवस्था पर जो असर हुआ है और उसका प्रभाव भारतीय समाज पर दिख रहा है, उस कारण चीन के साथ उसकी आर्थिक ताकत में असमानता की खाई और चौड़ी हो गई है।
Published: undefined
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि इस दशक के अंत तक हो सकता है भारत चीन के कुल आर्थिक उत्पादन का 40 फीसदी हासिल कर ले, लेकिन यह नाकाफी होगा। पिछले साल तक अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत चीन के आर्थिक उत्पादन की 50 फीसदी क्षमता हासिल कर सकता है, लेकिन अब ऐसा होने में वक्त लगेगा।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined