पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को उछाले की हर संभव कोशिश कर रहा है। लेकिन, उसे कहीं कामयाबी नहीं मिल रही। मालदीव में दक्षिण एशिया की संसदों के अध्यक्षों की बैठक (South Asian Speakers Summit) में भी पाकिस्तान ने ये मुद्दा उठाने की कोशिश की जिसका राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। दरअसल मालदीव में दक्षिण एशिया की संसदों के अध्यक्षों की बैठक का आयोजन किया गया है, जहां पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर क़ासिम सूरी ने 370 हटाने और कश्मीर से जुड़े मुद्दे उठाने शुरू कर दिए। ऐसे में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कश्मीर पर बोलने वाले पाकिस्तान के प्रतिनिधि को रोका और कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। इस पर किसी और को बोलने का हक नहीं है।
Published: 02 Sep 2019, 9:19 AM IST
इस मुद्दे पर भारत को मालदीव का भी साथ मिला। मालदीव संसद के स्पीकर ने भारत को भरोसा दिया कि कश्मीर पर दिए गए सभी बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा। इस बीच हरिवंश ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि अपने नागरिकों पर जुल्म करने वाला देश मानवाधिकार की नसीहत ना दे। हरिवंश ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए जरूरी है कि वो सीमा पार आतंकवाद को सभी तरह का राजकीय समर्थन देना क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के हित में बंद करे। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद समूची मानवता और दुनिया के लिए आज सबसे बड़ा खतरा है।’
Published: 02 Sep 2019, 9:19 AM IST
बता दें कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को रद्द किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से ही पाकिस्तान कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को लगातार उठाने की कोशिश करता रहा है, लेकिन कहीं उसे कामयाबी मिल नहीं रही। वहीं भारत इसे अपना आंतरिक विषय बताकर पाकिस्तान को हर जगह पस्त करत रहा है।
Published: 02 Sep 2019, 9:19 AM IST
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Published: 02 Sep 2019, 9:19 AM IST