उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक रिक्शा चालक ने आयकर (आईटी) विभाग द्वारा तीन करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान करने का नोटिस दिए जाने के बाद पुलिस से संपर्क किया है। मथुरा के अमर कॉलोनी निवासी प्रताप सिंह ने आईटी विभाग से नोटिस मिलने के बाद धोखाधड़ी का दावा करते हुए हाईवे थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
स्टेशन हाउस ऑफिस (एसएचओ) अनुज कुमार ने कहा कि सिंह की शिकायत के आधार पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, लेकिन पुलिस मामले की जांच करेगी। सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप भी अपलोड किया जिसमें उन्होंने घटनाओं के बारे में बताया।
उनके अनुसार, उन्होंने इस साल मार्च में बाकलपुर में जन सुविधा केंद्र में एक पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था, जब उनके बैंक ने उन्हें इसे जमा करने के लिए कहा था। इसके बाद उसे बाकलपुर के संजय सिंह नाम के व्यक्ति से पैन कार्ड की रंगीन फोटोकॉपी मिली। रिक्शा चालक ने वीडियो क्लिप में कहा, चूंकि वह अनपढ़ है, इसलिए वह मूल पैन कार्ड और उसी की रंगीन फोटोकॉपी के बीच अंतर नहीं कर सका।
उन्हें अपना पैन कार्ड बनवाने के लिए करीब तीन महीने तक दर-दर भटकना पड़ा। सिंह ने कहा कि उन्हें 19 अक्टूबर को आईटी अधिकारियों का फोन आया और उन्हें एक नोटिस दिया गया, जिसमें उन्हें 3,47,54,896 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया था।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि किसी ने उनके नाम पर जाली दस्तावेज बनवा कर व्यवसाय चलाने के लिए उनके नाम पर एक जीएसटी नंबर प्राप्त किया और 2018-19 के लिए व्यापारी का कारोबार 43,44,36,201 रुपये था।
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