वीडियोकॉन समूह को दिए गए कर्ज में गड़बड़ी का आरोप झेल रही आईसीआईसीआई बैंक एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने फिक्की महिला संगठन के सालाना जलसे से खुद को अलग कर लिया है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें सम्मानित करने वाले थे।
5 अप्रैल को होने वाले इस आयोजन में कोचर सम्मानित अतिथि के तौर पर शिरकत करने वाली थीं और पिछले महीने भेजे गए आमंत्रण में उनका नाम प्रमुखता से लिखा गया था। लेकिन संशोधित आमंत्रण में उनका नाम कहीं नहीं है।
खबरों में फिक्की महिला संगठन की कार्यकारी अध्यक्ष रश्मि सरिता के हवाले से कहा गया है कि वे कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि थीं लेकिन उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है। इसलिए अब वे कार्यक्रम में नहीं आएंगी।
सीबीआई ने 2012 में आईसीआईसीआई द्वारा वीडियोकॉन को दिए गए 3250 करोड़ के कर्ज और उस कर्ज के बड़े हिस्से को बाद में एनपीए घोषित करने के सिलसिले में केस दर्ज कर प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। पूरे मामले में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की भूमिका की जांच की जा रही है।
खबरों में यह आरोप लगाया गया कि वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर के साथ एक कंपनी बनाकर उसमें 64 करोड़ रुपए निवेश किए और बाद में उस कंपनी को 9 लाख रुपए में दीपक कोचर को दे दिया।
हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक बोर्ड ने तमाम तरह के आरोपों से इंकार किया था।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined