हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर दुष्कर्म कर हत्या करने वाले आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। तेलंगाना के अखबारों में प्रकाशिकत खबरों के मुताबिक सामूहिक बलात्कार और हत्या की इस वारदात के मुख्य आरोपी ने पुलिस को बताया है कि जिस वक्त चारों आरोपी डॉक्टर को मरा समझकर जलाने जा रहे थे, उस वक्त वह जिंदा थी।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों ने पहले महिला डॉक्टर के हाथपैर बांध दिए थे ताकि वह छूटकर भागने न पाए। आरोपियों ने बताया कि चारों ने बलात्कार के बाद महिला डॉक्टर को जबरदस्ती शराब पिलाई और जब बेहोश हो गई तो उसे ट्रक में डॉलकर पुल के नीचे ले गए और वहीं उस पर तेल छिड़क कर आग लगा दी।
Published: undefined
आरोपियों ने पुलिस के सामने माना है कि उन्हें लगा था कि वह मर चुकी है, लेकिन जब उन्होंने आग लगाई तो वह चिल्लाने लगी थी। आरोपियों ने बताया कि वे काफी देर तक महिला को जलता देखते रहे क्योंकि उन्हें भय था कि अगर वह जिंदा बच गई तो वे पकड़े जाएंगे।
Published: undefined
ध्यान रहे कि दिल दहला देने वाली यह घटना 29 नवंबर को हैदराबाद के साइबराबाद टोल प्लाजा के पास हुई थी। यहां पुलिस को एक महिला की अधजली लाश मिली थी। बाद में इस महिला की पहचान एक वेटनरी डॉक्टर के तौर पर हुई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने साजिश के तहत महिला डॉक्टर की स्कूटी पंक्चर की थी, और मदद देने के बहाने उसे फंसाया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कि चारों आरोपियों ने महिला डॉक्टर को टोल प्लाजा पर स्कूटी पार्क करते देखा था, तभी एक आरोपी ने उसकी स्कूटी की हवा निकाल दी। जब महिला डॉक्टर फोन पर अपनी बहन को परेशानी बता रही थी, तभी इनमें से दो आरोपी वहां मदद के लिए पहुंच गए और स्कूटी ठीक कराने के बहाने महिला डॉक्टर को कुछ दूर ले गए जहां बाकी आरोपी घात लगाए बैठे थे। वहां पहुंचते ही आरोपियों ने महिला को पकड़ लिया और उसके हाथपैर बांध दिए।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined