राकेश टिकैत की आंखों से टपके आंसू अब सैलाब बन रहे हैं। किसान आंदोलन देहात में अपना असर दिखा रहा है। मुजफरनगर, मथुरा और बागपत के बाद आज बिजनौर में भी हजारों किसान जुटे और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई। किसान नेताओं ने किसानों से बड़ी तैयारी में जुटने का आह्वान किया, क्योंकि करोड़ों किसानों को दिल्ली जाना पड़ सकता है। इस महापंचायत के बाद सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में 26 जनवरी की घटना के बाद बदले घटनाक्रम से एक बार फिर किसानों में उबाल है। आज इसकी गवाही बिजनौर ने भी दी। यहां के आईटीआई कॉलेज के मैदान में भारतीय किसान यूनियन की सम्मान बचाओ महापंचायत में उमड़ी भीड़ ने साबित कर दिया कि किसानों का यह गुस्सा तब तक थमने वाला नहीं है, जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती। किसान महापंचायत का समापन पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी के संबोधन से हुआ। जयंत चौधरी ने किसानों से एकजुट रहने और कृषि कानून के खिलाफ लामबंद रहने का आह्वान किया। पंचायत के तुरंत बाद सैकड़ों ट्रैक्टर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
किसान महापंचायत में पहुंचे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत सिंह ने अपने भाषण में मोदी और योगी सरकार पर तीखे प्रहार किये। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बहरूपिया बनकर ठग रही है। अब किसान जाग चुका है और अब वक्त आ गया है कि इन सरकारों को जड़ से उखाड़ कर फेंका जाए। उन्होंने राकेश टिकैत के आंसुओं का जिक्र करते हुए कहा कि चौधरी राकेश टिकैत के आंसू सैलाब बन गए हैं, जो अब रुकने वाले नहीं हैं। या तो सरकार कृषि कानून वापस लेगी या फिर सरकार के नुमाइंदे गद्दी छोड़ कर भागेंगे।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
आईटीआई कॉलेज के मैदान में भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित किसान सम्मान बचाओ महापंचायत में किसान नेताओं ने गरजते हुए किसान विरोधी कृषि कानूनों के प्रति लामबंद होकर किसानों से एकजुट रहने और सरकार से बिल्कुल ना डरने का आह्वान किया। संयुक्त किसान मोर्चे के राष्ट्रीय प्रवक्ता युद्धवीर सिंह ने किसानों का आह्वान किया कि वो बड़ी तैयारी में जुटें, क्योंकि दिल्ली में करोड़ों किसानों को भी जाना पड़ सकता है।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के युवा पुत्र गौरव टिकैत ने किसानों से अपनी ताकत का सरकार को अहसास कराने को कहा। गौरव ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ गद्दारी करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपनी एकता बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि सरकार को काले कानून हर हाल में वापस लेने होंगे।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
इस पंचायत के मुख्य आयोजक चौधरी दिगंबर सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के विरुद्ध लड़ी जा रही लड़ाई अब किसानों की अस्मिता की लड़ाई बन गई है और किसान इसे जीत कर ही दम लेंगे।इस दौरान विभिन्न सियासी दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी इस महापंचायत में शामिल रहे, जिनमें विशेषकर राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भारी संख्या में नजर आए। पूर्व मंत्री मनोज पारस, विधायक तस्लीम अहमद, विधायक नईम उल हसन, पूर्व मंत्री ठाकुर मूलचंद चौहान और स्वामी ओमवेश और एसपी जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन, चैयरपर्सन पति शमशाद अंसारी आम किसानों के बीच जमीन पर उनके समर्थन में बैठे रहे।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
वहीं इस पंचायत के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। गांवों में प्रहरी की भूमिका निभाने वाले चौकीदार तक ड्यूटी पर लगाए गए थे। यहां पहुंचे युवा किसान नरदेव सिंह ने बताया वो 28 जनवरी की रात चौधरी राकेश टिकैत के साथ मौजूद थे। उन्होंने कहा, “उस मंजर को जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे। सरकार हमें गद्दार बता रही है। हमारे दिल पर चोट लगी है। हमारे जख्म हरे हैं। बेहतर होगा सरकार जल्द से जल्द इन काले कानूनों को वापस ले ले।”
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
इस किसान महापंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव चौधरी युद्धवीर सिंह , कर्नाटक से आए किसान नेता केडी गंगाधर, केरल से आए करनैल सिंह, जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने संबोधित किया। महापंचायत की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष अहमद हुसैन ने की और संचालन जितेंद्र सिंह ने किया।
Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST
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Published: 01 Feb 2021, 10:12 PM IST