बिहार में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ से 12 जिलों में बुरी तरह प्रभावित हो गई है। इसकी चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे के अंदर राज्य में 43 लोगों की आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौत हो गई। मरने वालों में अधिकांश किसान हैं जो अपने खेतों में काम कर रहे थे। वहीं बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, इस आपदा में अब तक कुल 123 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे बिहार के लिए भारी बताया है।
Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार के कुल 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जिसमें अररिया, किशनगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और मुजफ्फरपुर शामिल है। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की 26 टीमें राहत और बचाव का काम कर रही हैं। 796 कर्मी राहत बचाव में लगे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में 125 मोटरबोट चलाए जा रहे हैं।
Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST
केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जल संसाधन मंत्री संजय झा लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य चलाने का दावा कर रहे हैं। वहीं विपक्ष बारिश और बाढ़ के चलते हुई मौतों के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। उनका कहना है कि नीतीश सरकार सही से अपना काम नहीं कर रही है।
Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST
आरजेडी का आरोप है कि 14 सालों में भी नीतीश कुमार इस समस्या से निजात नहीं दिला पाए। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत नहीं मिलने का भी आरोप लगाया है। बीते दिनों राबड़ी देवी ने सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा था कि बाढ़ से तटबंध प्रभावित हुए हैं। लोगों को काफी परेशानी हो रही है, लेकिन नीतीश सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर रही है।
Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST
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Published: 25 Jul 2019, 11:04 AM IST