बाबा रामदेव की बहुचर्चित कोरोनिल किट के कोरोना मरीजों के उपचार में प्रभावी होने का कोई रिकॉर्ड सरकार के पास न होने के बावजूद सीएम मनोहर लाल खट्टर के आदेश पर प्रदेश सरकार ने एक लाख कोरोनिल किट खरीद डाले। इन किट्स की खरीद पर कोरोना रिलीफ फंड से 2.72 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यह खुलासा सूचनाधिकार के तहत सरकार से प्राप्त जवाब से हुआ है।
Published: 10 Aug 2021, 4:50 PM IST
हरियाणा सरकार ने हालांकि काफी पहले बाबा रामदेव की कोरोनिल किट खरीदने का ऐलान कर दिया था, लेकिन जिस तरह इस पर कोविड रिलीफ फंड का पैसा इस्तेमाल किया गया उससे हर कोई इस पर सवाल उठा रहा है। 28 मई को आयुष विभाग निदेशालय से आरटीआई दायर कर जानकारी मांगी गई थी। इस पर विभाग के जन सूचना अधिकारी एवं अधीक्षक ने तीन अगस्त के अपने पत्र में राष्ट्रीय आयुष मिशन के राज्य प्रभारी डॉ गुलाम नासिर के हवाले से चौंकाने वाली सूचनाएं दी हैं। बताया गया कि कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों के इलाज में कोरोनिल किट के उपयोगी होने के बारे में कोई टेस्ट और जांच रिपोर्ट आयुष विभाग में नहीं है। कोरिनिल टेबलेट्स के उपयोग से कोरोना निगेटिव हुए मरीजों की सूची और संख्या का भी कोई रिकॉर्ड उसके पास नहीं है। सीएम का आदेश मिलते ही आयुष विभाग ने झटपट से एक लाख कोरोनिल किट्स योग गुरु रामदेव की दिव्य फार्मेसी से खरीदने की रिपोर्ट बना दी। सरकार ने कोरोना रिलीफ फंड से 2,72,50,000/- रुपये में एक लाख किट्स खरीदी हैं। इस खरीद में कंपनी ने मार्केट में 545 रु में बिकने वाली प्रति किट पर 50 फीसदी छूट भी सरकार को दी है ।
Published: 10 Aug 2021, 4:50 PM IST
खरीद के लिए गठित विभागीय तकनीकी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कोरोनिल किट में गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी आदि बूटियां इम्युनिटी बढ़ाने वाले तत्व मौजूद हैं, जो कि कोरोना मरीजों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
Published: 10 Aug 2021, 4:50 PM IST
सरकार ने यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर के आवेदन पर उपलब्ध करवाई है। पीपी कपूर ने सरकार से सवाल किया है कि जब सरकार के पास कोरोनिल किट के कोरोना मरीज़ों पर उपयोगी होने की कोई रिपोर्ट ही नहीं है, तो क्यों मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि योगगुरु रामदेव की कंपनी पर बेवजह मेहरबान होकर कोरोना रिलीफ फंड को सरकार लुटा रही है।
Published: 10 Aug 2021, 4:50 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 10 Aug 2021, 4:50 PM IST