देश में इन दिनों भगवान हनुमान की जाति को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। हालात यह है कि अगर भगवान हनुमान प्रकट हो जाए तो वो भी असमंजस में पड़ जाएंगे कि वे किसी जाति के हैं। एक तरफ देश चुनावी मोड में आ चुका है। हाल ही में पांच राज्यों के चुनाव संपन्न हुआ और अगले साल लोकसभा चुनाव होना। लेकिन चुनावी मोड के बावजूद बीजेपी के नेता विकास की बात करने के बजाए हनुमान जी की जाति को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। अब सीएम योगी के एक और मंत्री ने हनुमान जी जाट होने का दावा किया है।
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बता दें कि सीएम योगी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान हनुमान को दलित बताया था, इसके बाद उनके जाति को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। बीजेपी के नेता उन्हें दलित, कोई मुसलमान और कोई चीनी बता रहे हैं। लेकिन अब योगी के मंत्री उन्हें जाट का बता दिया है। यूपी सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण का कहना है, “उन्हें लगता है कि हनुमान जी जाट थे क्योंकि उनका स्वभाव इस समुदाय से मिलता है। जो दूसरों की मदद करने के लिए कूद पड़े, वह जाट ही हो सकता है।”
इसके पहले बीजेपी विधायक बुक्कल नवाब ने भी हनुमान की जाति को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि हनुमान मुस्लिम थे। इसलिए मुसलमानों के नाम रहमान, रमजान, फरहान, सुलेमान, सलमान, जिशान, कुर्बान पर रखे जाते हैं। वहीं बीजेपी सांसद उदित राज ने हनुमान को आदिवासी बताया है। दूसरी ओर बीजेपी से निष्कासित चल रहे नेता कीर्ति आजाद ने कहा कि हनुमान जी न तो दलित हैं, न मुस्लिम, न गुलाम और ना ही जाट, वे चीनी हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी ने बीजेप पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “बीजेपी ही तय करे कि हनुमान की जाति आखिर क्या थी। मुख्यमंत्री उन्हें दलित बता देते हैं तो कोई उन्हें मुसलमान तो कोई आदिवासी कह रहा है।”
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बता दें कि हनुमान की जाति को लेकर सबसे पहला बयान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था जिसमें उन्होंने 27 नवंबर को अलवर में चुनावी रैली में भाषण के दौरान हनुमान को दलित बताया था। उन्होंने कहा था कि हनुमान वनवासी, वंचित और दलित थे।
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