उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा में गोली लगने से घायल 50 वर्षीय मोहम्मद इसरार की मंगलवार को अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। दो लोगों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। उनका सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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वहीं, हल्द्वानी हिंसा के कई अन्य घायलों का भी अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी है। पुलिस ने इसरार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि इसरार की मौत किसकी गोली लगने से हुई है, इसकी जानकारी अभी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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वहीं, पुलिस ने बताया कि हिंसा में हुई अन्य मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक जांच जारी है। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में कथित अवैध जमीन पर बनी मस्जिद और मदरसे को बुलडोजर से गिराने पर शुरू हुई हिंसा में 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिसमें लगभग 100 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसके अलावा घायलों में निगमकर्मी, कुछ मीडियाकर्मी और आम जनता भी शामिल हैं।
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इस बीच बनभूलपुरा हिंसा पर उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि लोगों को इस घटना को सांप्रदायिक एंगल नहीं देना चाहिए। जिस तरह से पुलिस और प्रशासन की टीम पर हमला किया गया, उसे देखते हुए हम घटना को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हमने तीन एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस निर्दोष लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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