गुजरात के मोरबी जिले में रविवार शाम हुए केबल पुल हादसे में अब तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि अभी भी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए जोरशोर से खोज अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच मोरबी नगर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.वी. जाला ने चौंकाने वाले खुलासे में कहा कि बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के पुल को जनता के लिए खोल दिया गया।
Published: undefined
जाला ने स्थानीय मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "लंबे समय तक यह पुल जनता के लिए बंद रहा.. सात महीने पहले, एक निजी कंपनी को नवीनीकरण और रखरखाव के लिए अनुबंध दिया गया था और निजी कंपनी द्वारा 26 अक्टूबर (गुजराती नव वर्ष दिवस) पर जनता के लिए पुल को फिर से खोल दिया गया था। नगर पालिका ने फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है।"
उन्होंने यहां तक दावा किया कि हो सकता है कि कंपनी को इंजीनियरिंग कंपनी से फिटनेस सर्टिफिकेट मिला हो, लेकिन उसे आज तक नगर पालिका को जमा नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी ने उन्हें और नगर निकाय को सूचित किए ही बिना जनता के लिए पुल को फिर से खोल दिया।
Published: undefined
वहीं हादसे के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी दावा किया कि आम तौर पर जब पुलों का निर्माण या जीर्णोद्धार किया जाता है, तो इसे जनता के लिए खोलने से पहले, तकनीकी मूल्यांकन आवश्यक होता है और भार वहन क्षमता का परीक्षण किया जाता है इसके बाद ही संबंधित प्राधिकरण द्वारा एक उपयोग प्रमाणपत्र जारी होता है। हालांकि, पटेल ने या नगर निगम अधिकारी ने यह नहीं बताया कि बिन फिटनेस सर्टिफिकेट के पुल खोलने के मामले में सरकार ने या निगम ने क्या कार्रवाई की।
Published: undefined
बता दें कि मोरबी में मच्छू नदी पर बने इस हैंगिंग ब्रिज (केबल पुल) का निर्माण मोरबी राजवंश के शासन सर वाघाजी ठाकोर ने लगभग 150 साल पहले करवाया था, जिसकी लंबाई 233 मीटर थी और यह 4.6 फीट चौड़ी थी। आज हुए हादसे के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गया है। अब तक 60 लोगों की मौत की पुष्टि सरकार ने कर दी है, जबकि 70 लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं अभी भी कई लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है, जिनकी तलाश के लिए खोज अभियान जारी है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined