जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी गठबंधन टूटने और महबूबा मुफ्ती की सरकार गिरने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया है। आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मंजूरी मिलने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लगाया गया है।
Published: 20 Jun 2018, 8:52 AM IST
इससे पहले मंगलवार यानी 19 जून को नाटकीय ढंग से बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से गठबंधन तोड़ लिया था। इसके बाद राज्य में महबूबा मुफ्ती की सरकार अल्पमत में आ गई थी। बीजेपी द्वारा गठबंधन तोड़ने के थोड़ी ही देर बाद महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल एनएन वोरा से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्य में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की थी।
Published: 20 Jun 2018, 8:52 AM IST
19 जून को बीजेपी अध्यक्ष ने पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर के बीजेपी प्रभारी राम माधव ने पीडीपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था। प्रेस को संबोधित करते हुए राम माधव ने का था कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में स्थिति काफी बिगड़ी है, जिसके चलते पार्टी ने पीडीपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या का हवाला देते हुए राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था का ठीकरा महबूबा मुफ्ती पर फोड़ा था।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद महबूबा मुफ्ती ने भी प्रेस को संबोधित किया था। प्रेस को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा था कि हमने राज्य में बीजेपी के साथ एक बड़े मकसद के तहत गठबंधन किया था। अनुच्छेद 370 और एकतरफा संघर्षविराम का मुद्दा उठाते हुए महबूबा ने कहा था कि राज्य में सख्ती की नीति नहीं चलेगी और सुलह सबसे अहम है। उन्होंने कहा था, “मैं गठबंधन के टूटने से हैरान नहीं हूं, क्योंकि सत्ता पाने के लिए मैंने यह गठबंधन नहीं किया था। पीडीपी सत्ता की राजनीति में यकीन नहीं करती है।”
Published: 20 Jun 2018, 8:52 AM IST
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Published: 20 Jun 2018, 8:52 AM IST