कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि 'देश नहीं बिकने देंगे' का नारा देने वाली मोदी सरकार फायदे में चल रही देश के सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) को घाटे में बेच रही है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जिस कंपनी के पास 1562 ऑर्डर बुक हैं, उस कंपनी को बेचने की क्या जरूरत है। सरकार किस निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कदम उठा रही है।
Published: undefined
गौरतलब है कि सरकार ने नवंबर में सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (सीइएल) यानी सीईएल को नंदल फाइनेंस एंड लीजिंग को 210 करोड़ रुपये में बेचने की मंजूरी दे दी थी। चालू वित्त वर्ष में यह दूसरी स्ट्रैटेजिक डिसइन्वेस्टमेंट रही। हाल ही में सरकार ने एयर इंडिया के संचालन का जिम्मा टाटा को दिया है।
Published: undefined
सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के अंतर्गत आने वाली सीईएल का गठन 1974 में हुआ था। कंपनी सौर फोटोवोल्टिक के क्षेत्र में अग्रणी है और उसने अपने स्वयं के रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रयासों के साथ टेक्नोलॉजी विकसित की है। कंपनी ने 'एक्सल काउंटर सिस्टम' भी विकसित किया है, जिसका उपयोग ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए रेलवे सिग्नल सिस्टम में किया जा रहा है।
Published: undefined
इसी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बुधवार को आरोप लगाया कि एक कंपनी जो पिछले कई सालों से काम कर रही है। इसको केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता में कहा कि नंदल फाइनेंस को प्रदीप कुमार गुप्ता, प्रशांत कुमार गुप्ता मिलकर चला रहे हैं। जिसका एक विश्वविद्यालय भी है (शारदा यूनिवर्सिटी)। उन्होंने कहा ये कंपनी 99 फीसदी फर्नीचर बनाने का काम करती है। उसे सरकार ने इतनी अहम जिम्मेदारी कैसे सौंप दी।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined